देहरादून से दिल्ली राहुल गांधी तक पहुंचा बहु चर्चित यू.टी.यू. सॉफ्टवेयर घोटाला
देहरादून: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं विपक्ष के नेता राहुल गाँधी के नेतृत्व में नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया के विभिन्न प्रदेशो के छात्र संघ अध्यक्षो की नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर की मीटिंग हुई, जिसमे डी. ए. वी, देहरादून छात्र संघ अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल ने उत्तराखंड के बहु चर्चित यू.टी.यू. सॉफ्टवेयर घोटाला एवं प्रदेश सरकार की शिक्षा के क्षेत्र में पूर्ण विफलता का मुद्दा जोर शोर से उठाया !
सिद्धार्थ अग्रवाल ने राहुल गाँधी जी को बताया कि उत्तराखंड की सरकारी यूनिवर्सिटी वीर माधो सिंह भडारी उत्तराखंड तकनीकी विश्विद्यालय में पिछले कई महीनो से छात्र फ़र्ज़ी डिग्री, भ्रस्टाचार, वित्तीय अनिमिताओ, परीक्षा परिणाम में देरी, आदि शिकायतो को लेकर पिछले तीन माह से सड़को पर आंदोलन रत है ! उत्तराखंड शासन की जाँच समिति द्वारा कुलपति डॉ. ओंकार यादव द्वारा उनके निकट सम्बन्धी की इ.आर.पी. कंपनी को 6 करोडो रु दिलवाने में सांठ गांठ एवं मिली भगत की पुष्टि कर चुकी है, एवं कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने का आदेश कर चुकी है बावजूद इसके डॉ. ओंकार यादव विवादित इ.आर.पी. कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने के शासन के आदेश को पूरी तरह से नकार चुके है साथ ही तकनीकी शिक्षा सचिव एवं छात्र संघ अध्यक्ष को लाखो की घूस देने की पेशकश भी हो चुकी है !
लगातार तीन महीने से धरने प्रदर्शन होने एवं शासन की जाँच में दोषी पाए जाने के बाद भी अभी तक कुलपति डॉ. ओमकार यादव, परीक्षा नियंत्रक डॉ. वी. के. पटेल एवं वित्त नियंत्रक विक्रम सिंह जंतवाल पर कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है जिससे कुलपति के साथ- साथ सरकार की मिली भगत का संदेह छात्रों को हो रहा है ! विवादित कंपनी के उच्च अधिकारी खुले आम कहते है की उन्होंने नीचे से लेकर ऊपर तक सभी को सेट कर रखा है एवं अगले तीन साल भी कोई उनके ई.आर. पी. को नहीं हटा पायेगा ।
तकनीकी शिक्षा के आलावा राज्य सरकार शिक्षा के हर क्षेत्र में विफल हो चुकी है ! प्राइवेट स्कूल फीस बढ़ाने में अपनी मनमानी कर रहे है जिसके खिलाफ छात्र संघ निरंतर आंदोलन रत है ! शिक्षा मंत्री राज्य के सरकारी डिग्री कॉलेजों को पूरी तरह से बर्बाद करके निजी विश्वविद्यालयों को लूट मार करने का मौका दे रहे है ! सरकारी कॉलेजों में कई वर्षो से नियमित शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई ! स्वच्छ पानी, शौचालय आदि बेसिक सुविधाये भी सरकारी कॉलेजो में अब उपलब्ध नहीं है ! अपने चहेतो को ही ठेकेदारों के माध्यम से सरकारी कॉलेजो में अस्थायी रूप से रखा जा रहा है ऐसे में भाई भतीजा वाद चरम पर है !
सस्ती एवं सुलभ शिक्षा न मिलने से गरीब छात्र परेशान एवं हताश है ! छात्रों की मांग को कोई सही ढंग से न उठा पाए इसलिए छात्र-संघ के चुनावो को भी नहीं करवाया जा रहा है ।
उत्तराखंड के यू.टी.यू. सॉफ्टवेयर घोटाला एवं प्रदेश सरकार की शिक्षा के क्षेत्र में विफलता पर सभी छात्र नेता एवं राहुल गाँधी ने गहरा दुःख जताया एवं उपरोक्त मुद्दों को राष्ट्रीय संसद में भी उठाने का आश्वासन दिया !
इस मौके पर नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी, दिल्ली विश्विद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष रौनक खत्री, राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी आदि ने अपने विचार प्रस्तुत किये एवं सभी ने सामाजिक न्याय, छात्रों के अधिकारों, तथा संगठनात्मक संरचना के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखायी !