सरकार के आदेश 5 किग्रा प्रति यूनिट के, दे रहे हैं 4 किग्रा
मथुरा। कोरोना महामारी में जरूरतमंद परिवारों की भूख का इंतजाम करने के लिये योगी सरकार दिन-रात योजनायें बनाने में लगी है । यहाँ तक कि सरकार ने बिना राशन कार्ड और आधार कार्ड वाले परिवारों को भी अनाज पहुॅंचाने की घोषणा कर दी है । लेकिन सरकार की यह योजनायें महामारी में फंसे परिवारों की भूख मिटाने में कितनी कारगर होंगी, यह कहना मुश्किल है । क्योंकि कुछ राशन कोटेदार तो आपदा के इस समय में भी राशनकार्ड धारकों को पूरा राशन नहीं दे रहे हैं । कार्ड धारकों को 2 से 5 किलो चावल कम दिया जा रहा है ।
वार्ड 66 के अन्तर्गत मालगोदाम रोड की न्यू शांति नगर, देवनगर आदि कॉलोनियों के कई राशन कार्ड धारको ने क्षेत्रीय राशन कोटेदार मुवीन अहमद द्वारा कम राशन दिये जाने की शिकायत की है । स्थानीय निवासी बेनीराम शर्मा, टीकाराम शर्मा, जगदीश पटेल, ललित राजपूत, शंकर, जयप्रकाश शर्मा, बीना, पंकज आदि का आरोप है कि सरकार ने अखबारों में लॉकडाउन के दौरान प्रति यूनिट 5 किग्रा चावल मुफ्त देने का ऐलान किया है । लेकिन उक्त कोटेदार एक राशन कार्ड पर 3 से 5 किलो चावल कम दे रहा है । राशन सामग्री की पर्ची भी नहीं दी जाती है जिससे दी गयी सामग्री का मिलान हो सके ।
शनिवार को भी इस सम्बंध में राशन विक्रेता से कार्डधारकों ने आपत्ति दर्ज करायी थी । लोग एक निर्धन वृद्धा को कम राशन दिये जाने पर कोटेदार से बहस कर रहे थे । वहीं कोटेदार के कर्मचारी ऊपर से ही कम तोल के चावल मिलने की बात कहते दिखायी दिये ।
यमुनापार के गौसना एवं शहरी क्षेत्र के कई अन्य राशन कार्ड धारकों को भी कम राशन मिलने की शिकायतें सामने आयी हैं । उपभोक्ताओं का कहना है कि कोरोना में लॉकडाउन के समय में भी गरीबों के हक पर डांका डाला जा रहा है ।
इस सम्बंध में जिलापूर्ति अधिकारी राघवेन्द्र सिहं का कहना है कि सभी राशन कार्ड धारकों को अप्रैल माह में प्रति यूनिट 5 किग्रा चावल मुफ्त देने के आदेश हैं । किसी भी कोटेदार को कम तोल का राशन नहीं दिया जा रहा है ।
वर्जन
प्रति यूनिट चावल 5 किग्रा मुफ्त दिये जाने के निर्देश हैं । इससे कम मिलने पर कार्ड धारक 7310622484 पर शिकायत कर सकते हैं । जांच कर कार्यवाही की जायेगी ।