देहरादून। उत्तराखंड में बीते 24 घंटों में 13 संक्रमित मरीजों की मौत हुई। 448 नए संक्रमित मरीज मिले हैं। कुल संक्रमितों की संख्या 86765 हो गई है। वर्तमान में 5584 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को 15749 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, देहरादून जिले में सबसे अधिक 157 संक्रमित मरीज मिले हैं। नैनीताल में 113, उत्तरकाशी में 39, हरिद्वार में 31, टिहरी में 23, पिथौरागढ़ में 19, रुद्रप्रयाग में 14, अल्मोड़ा में 12, पौड़ी में 11, चंपावत में 10, ऊधमसिंह नगर में 10, बागेश्वर में सात और चमोली जिले में दो संक्रमित मिले हैं।
बीते 24 घंटे में प्रदेश में 13 मरीजों की मौत हुई है। इसमें दून मेडिकल कॉलेज में तीन, एम्स ऋषिकेश में दो, श्री महंत इन्दिरेश हॉस्पिटल में एक, हिमालयन हॉस्पिटल में दो, मैक्स हॉस्पिटल में एक, वेलमेड हॉस्पिटल में एक, सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में दो, नीलकंठ हॉस्पिटल हल्द्वानी में एक मरीज ने इलाज के दौरान दम तोड़ा है। प्रदेश में अब तक 1426 संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं, 1013 मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया। इन्हें मिला कर अब तक 78686 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। कोटद्वार के गबर सिंह कैंप में आयोजित सेना भर्ती रैली के दूसरे दिन दस कोरोना संक्रमित युवक वहां पहुंच गए। लेकिन रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन, सेना और स्वास्थ्य कर्मियों की त्वरित कार्रवाई ने हजारों युवकों को संक्रमित होने से बचा लिया। स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमित युवकों की पहचान कर उन्हें युवकों की भीड़ से अलग कर आइसोलेट कर दिया। जिसके बाद सेना के अधिकारियों ने चैन की सांस ली। सोमवार सुबह सेना भर्ती अधिकारी सहित कोरोना चिकित्साधिकारी को रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन की ओर से कोटद्वार भर्ती होने के लिए पहुंचे दस युवओं के कोरोना संक्रमित होने की नाम सहित कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट भेजी गई। युवकों के संक्रमित होने की सूचना मिलते ही आर्मी और स्वास्थ्य विभाग तत्काल अलर्ट हो गए। उन्होंने भर्ती प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही पीपीई किट पहनकर युवकों को भीड़ से अलग कर दिया।