चंडीगढ़ : देश भर में लॉकडाउन के इस दौर में कितने ही लोग होंगे जो दांत में दर्द, मसूड़ों से खून आदि मौखिक परेशानियों से जूझ रहे होंगे। दांत का दर्द बहुत गंभीर हो सकता है और इससे पीडि़त रोगी को समाधान की अत्यंत आवश्यकता होती है। भारत की सबसे बड़ी डेंटल हैल्थ चेन क्लोव डेंटल दंत स्वास्थ्य हेतु दैनिक व निशुल्क ऑनलाइन एवं टेली कंसलटेशन मुहैया करा रही है तथा क्लोव के कई क्लीनिक आपात उपचार हेतु खुले हैं। क्लोव डेंटल के डॉक्टरों की ओर से ’ई-डेंटिस्ट बाय क्लोव’ नामक यह पहल किसी भी सवाल के लिए उपलब्ध है, यह मार्गदर्शन देगी और यह निर्धारित करने में मददगार होगी कि तत्काल इलाज चाहिए या फिर कुछ अंतरिम उपायों के साथ लॉकडाउन खुलने के बाद किया जा सकता है। इसके तहत वीडियो और टेलीफोनिक बातचीत दोनों विकल्प उपलब्ध कराए गए हैं। कंसलटिंग अपॉइंटमेंट क्लोव के डेंटल हैल्थ लाइन सेंटर 1800 1200 3232 के माध्यम से बुक कराया जा सकता है। आपका प्रश्न पंजीकृत हो जाने के बाद ज़्ाूम या स्काइप पर वीडियो कंसलटेशन हेतु अपॉइंटमेंट तय किया जाएगा, इसके अतिरिक्त फोन पर भी जरूरत के मुताबिक बात की जा सकती है। यदि किसी जटिलता के चलते समस्या हल नहीं होती तो मरीज को करीबी क्लीनिक में जाने का निर्देश भी दिया जा सकता है। ’ई-डेंटिस्ट बाय क्लोव’ के बारे में ीजजचेरूध्ध्बसवअमकमदजंसण्पद वैबसाइट पर अधिक जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
क्लोव डेंटल के चीफ क्लीनिकल ऑफिसर ले.ज. (रिटा.) डॉ विमल अरोड़ा, एवीएसएम ने कहा, ’’इस महामारी के दौर में हर आदमी अपने जीवन के बारे में चिंतित है, उसके बर्ताव में एक किस्म का डर समाया हुआ है। ऐसे में मौखिक स्वास्थ्य का ख्याल नहीं रखा जा रहा है और दांतों को ऐसा नुकसान होने का जोखिम है जिसकी बाद में भरपाई शायद मुमकिन न हो। इसलिए यह लाभकारी होगा कि सभी लोग ’ई-डेंटिस्ट बाय क्लोव’ का लाभ उठाते हुए दांतों व मसूड़ों को स्वस्थ बनाए रखने हेतु सावधानियों और उपायों के बारे मंे जानकारी प्राप्त करें और स्वास्थ्यवर्धक खानपान की आदतें भी सीखें।’’
डॉ अरोड़ा ने आगे कहा, ’’हमें संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए जो दांतों और पेट दोनों पर ही भारी न पड़े। नियमित तौर पर व्यायाम करें, पर्याप्त पानी पिएं और दिन में दो बार कुछ मिनटों तक अपने दांत ब्रश करें ताकि मौखिक स्वास्थ्य अच्छा रहे। इसके अलावा, इंटर-डेंटल फ्लॉस, इंट्रा डेंटल ब्रश और माउथ वॉश का उपयोग करना भी बहुत बढि़या रहेगा। चूंकि मौखिक स्वास्थ्य का संपूर्ण स्वास्थ्य पर प्रभाव होता है इसलिए यह बेहद जरूरी है।’’
कोविड19 की महामारी के चलते क्लोव डेंटल के 350 क्लीनिकों में से अधिकांश 14 अप्रैल 2020 तक के लिए बंद कर दिए गए हैं, किंतु फिर भी आपात जरूरत वाले रोगियों के लिए कुछ क्लीनिक खुले हैं। क्लोव डेंटल का आरंभ 9 वर्ष पूर्व 2011 में हुआ था, इसमें उच्चतम स्तर के हाइजीन व स्टरलाइज़ेशन प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है। हाल ही में हमने और भी ज्यादा कड़े क्वालिटी प्रोटोकॉल लागू किए हैं, रोगियों व स्टाफ की स्क्रीनिंग की जा रही है, अतिरिक्त पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट का इंतजाम किया गया है तथा डेंटल सर्जरी फ्युमिगेशन प्रोटोकॉल को बढ़ाया गया है। रोगियों और स्टाफ की सुरक्षा क्लोव डेंटल की स्थापना के समय से ही इसके बुनियादी मूल्यों में शामिल रही है।