नईदिल्ली। देश में कोरोना वायरस का संकट गहरा गया है. केंद्र सरकार सभी राज्यों के साथ मिलकर कोरोना के संक्रमण को कम करने की हर मुमकिन कोशिश में लगी हुई है. सरकार की कोशिशों के बीच अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और नेता राहुल गांधी ने अपना सुझाव देते हुए कहा है कि कोरोना संकट का नवोन्मेषी समाधान तलाशने के लिए वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और डेटा विशेषज्ञों को काम पर लगाने की जरूरत है.
उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना वायरस एक चुनौती के साथ एक अवसर भी है. राहुल गांधी ने ट्वीट किया, कोविड-19 महामारी बहुत बड़ी चुनौती है, लेकिन यह एक अवसर भी है. हमें अपने वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और डेटा विशेषज्ञों को संकट के इस समय में नवोन्मेषी समाधान के लिए काम पर लगाने की जरूरत है. गौरतलब है कि भारत में कोरोना वायरस के अब तक 14000 से अधिक मामले आ चुके हैं और 480 लोगों की इससे मौत हो चुकी है.
इससे पहले राहुल गांधी ने सरकार की ओर से किए गए देशव्यापी लॉकडाउन की आलोचना की थी. राहुल गांधी ने लॉकडाउन को स्मार्ट तरीके से हटाए जाने का सुझाव भी दिया था. राहुल गांधी ने सुझाव देते हुए कहा था कि इसे स्मार्ट तरीके से ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग के जरिए अपग्रेड किए जाने की जरूरत है. ताकि वायरस के हॉटस्पाट्स को अलग किया जा सके और इससे अलग अन्य इलाकों में व्यापार को धीरे-धीरे खोले जाने की इजाजत दी जा सके.
राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा था, पूरे देश में एक जैसे लॉकडाउन किसानों, मजदूरों, दैनिक मजदूरों और व्यापारियों के लिए कहा न जा सकने वाला दुख लेकर आया है. इसे बड़ी संख्या में टेस्टिंग के जरिए हॉटस्पाट्स को अलग करके और अन्य इलाकों में धीरे-धीरे व्यापारों को खोलकर स्मार्ट तरीके से अपग्रेड किए जाने की जरूरत है.
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