नई दिल्ली । भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने बुधवार को कहा कि अब जब भी मैदान में वापसी होगी तो विकेट का जश्न मनाने के लिये खिलाडिय़ों को नमस्ते और ‘हाई-फाइव’ (दूर से ही हाथ उठा कर दिखाना) का इस्तेमाल करना होगा। रहाणे ने एक चैट में कहा कि कोविड-19 के कारण आम जीवन शैली के साथ क्रिकेट का मैदान भी बदलाव से अछूता नहीं रहेगा।
रहाणे ने कहा, ‘मैदान में खिलाडिय़ों को और ज्यादा अनुशासित रहना होगा। सामाजिक दूरी का ध्यान रखना होगा। विकेट गिरने के बाद हमें जश्न के लिए शायद नमस्ते का सहारा लेना पड़े। हम किसी भी चीज को हल्के में नहीं ले सकते।’ उन्होंने कहा, ‘विकेट गिरने पर हमें पुराने तरीके से जश्न मनाना होगा जहां हम अपनी जगह खड़े रह कर ताली बजाते हुए खुशी का इजहार करेंगे। शायद हम नमस्ते या शायद सिर्फ ‘हाई फाइव’ करें।’
खेल मंत्रालय ओलिंपिक खेलों के लिए राष्ट्रीय शिविरों को फिर से शुरू करने की योजना बना रहा है, लेकिन बीसीसीआई ने अभी तक ऐसी कोई योजना नहीं बनाई है। रहाणे ने कहा कि लॉकडाउन के बीच वह अपनी फिटनेस पर ध्यान दे रहे हैं। खिलाड़ी के तौर पर मैदान में उतरने से पहले की चुनौती के बारे में पूछे जाने पर इस बल्लेबाज ने कहा कि इसके लिए कम से कम तीन से चार सप्ताह के कड़े अभ्यास की जरूरत होगी।
देश के लिए 65 टेस्ट, 90 एकदिवसीय और 20 टी20 अंतरराष्ट्रीय खेलने वाले इस खिलाड़ी कहा, ‘मुझे लगता है किसी भी मैच (घरेलू या अंतरराष्ट्रीय) को खेलने से पहले किसी भी क्रिकेटर को मैदान और नेट पर तीन-चार सप्ताह या एक महीना चाहिए होग का अभ्यास चाहिए होगा।’ उन्होंने कहा, ‘मैं अभी घर पर अभ्यास कर अपनी फिटनेस पर ध्यान दे रहा हूं। मैं फिटनेस के लिए कसरत, योग-ध्यान और कराटे का सहारा ले रहा हूं। मुझे ट्रेनर से इससे संबंध में कार्यक्रम मिला है। मैं इसी के मुताबिक काम कर रहा हूं।’