देहरादून। चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति के केंद्रीय प्रवक्ता व कांग्रेस नेता महेश जोशी ने 26 जनवरी को लाल किले पर झंडा फहराए जाने की निन्दा की। उन्होंने कहा कि ये ऐतिहासिक धरोहर है और हमारे आजादी की प्रतीक है और ये संवैधानिक व्यवस्था भी है कि लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा। जो हमारी उन्नति समृद्धि व खुशहाली का प्रतीक है।
जिस तरह से 26 जनवरी के दिन किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान कुछ असमाजिक तत्वों ने किसानों के आंदोलन को बदनाम करने का जो कृत्य किया उसमें संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए। ये राष्ट्र की अस्मिता का सवाल है। इसकी निष्पक्ष जांच कर कार्यवाही होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हठधर्मिता से चंद पूंजीपतियों धनाढ्य वर्ग को फायदा पहुंचाने को ये कानून लाई है जिससे किसान अपने को ठगा महसूस कर रही है इस लिए पिछले दो महीने से कड़कड़ाती सर्दी में आंदोलनरत है। कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है। अब ये किसान आंदोलन न होकर जन आंदोलन बन गया है जिससे देश का हर वर्ग प्रभावित हो रहा है। केंद्र सरकार को हठधर्मिता छोड़ कर किसानों के हित में इस काले कानून को वापस लेना चाहिए जिससे किसान अपने आप को व अपनी खेती को सुरक्षित महसूस कर सकें।