ईरान परमाणु स्थलों से 27 निगरानी कैमरे हटाएगा : आईएईए
तेहरान । वियना स्थित अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने कहा कि ईरान ने सूचित किया है कि वह अपनी परमाणु सुविधाओं से 27 निगरानी कैमरे हटा रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, आईएईए के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने गुरुवार देर रात यहां संवाददाताओं से कहा कि यह कदम 2015 के ईरान परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने की संभावनाओं के लिए घातक झटका दे सकता है और वहां काम करना जारी रखने की हमारी क्षमता के लिए एक गंभीर चुनौती भी है।
ईरान का यह कदम बुधवार को आईएईए बोर्ड की बैठक के एक दिन बाद आया है जिसमें ईरान को उसके परमाणु सुरक्षा मुद्दों के लिए निंदा करने का प्रस्ताव पारित किया गया था।
हाल ही में आईएईए की रिपोर्ट के बाद अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी द्वारा प्रस्ताव प्रस्तावित किया गया था कि ईरान ने तीन अघोषित स्थलों पर यूरेनियम कणों को तकनीकी रूप से विश्वसनीय स्पष्टीकरण प्रदान नहीं किया है।
हालांकि, ईरानी अधिकारियों ने रिपोटरें को खारिज कर दिया और जोर देकर कहा कि देश ने किसी भी तरह की गुप्त और अपंजीकृत परमाणु गतिविधियों को अंजाम नहीं दिया।
ग्रॉसी ने कहा कि देश के ताजा कदम के बाद ईरान में 40 से अधिक निगरानी कैमरे चालू रहेंगे।
समझौते पर हस्ताक्षर करने पर, ईरान अमेरिका के नेतृत्व वाले प्रतिबंधों को हटाने के बदले में अपने परमाणु कार्यक्रम पर कुछ प्रतिबंध लगाने पर सहमत हुआ।
हालांकि, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मई 2018 में समझौते से हाथ खींच लिया और ईरान पर एकतरफा प्रतिबंध लगा दिए, जिससे तेहरान ने जेसीपीओए के तहत अपनी कुछ परमाणु प्रतिबद्धताओं को कम कर दिया।
समझौते को पुनर्जीवित करने के लिए अप्रैल 2021 से ईरान और शेष जेसीपीओए पार्टियों- चीन, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और जर्मनी के बीच वियना में आठ दौर की बातचीत हो चुकी है।
हालांकि, ईरान और अमेरिका के बीच कथित बड़े मतभेदों के कारण मार्च के मध्य से वार्ता रुकी हुई है।
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