लखनऊ जू में नजर आएंगी देश-विदेश की तितलियां :
लखनऊ। गर्मी शुरू होते ही लखनऊ जू में देश-विदेश की तितलियों का आना शुरू हो गया। नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान के बटर फ्लाई पार्क में 17 प्रजाजियों की तितलियां दिखनी भी शुरू हो गई हैं। ये तितलियां महाराष्ट्र, भोपाल और हिमाचल प्रदेश के अलावा उत्तर पूर्वी के कुछ हिस्सों से आती हैं। मुंबई, दिल्ली, गोवा, बंगलुरु, केरल के बाद यह यूपी का इकलौता तितली पार्क है।
दो एकड़ में फैला है तितली पार्क
एक बार फिर से तितली पार्क में रंग-बिरंगी तितलियां लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करेंगी। चिडिय़ाघर का तितली पार्क वृत्ताकार रूप में बना हुआ है। जू निदेशक आरके सिंह बताते हैं कि तितलियों के आने का मौसम शुरू हो गया है। दो एकड़ में फैला हुआ तितली पार्क एक करोड़ 24 लाख की लागत से तैयार किया गया है।
प्रदूषण के स्थान पर नहीं देती दिखाई
तितलियां बहुत जगह पाई जाती हैं। पर उनको जहां तितली पार्क जैसा माहौल मिलता है, वो वहां अपना आशियाना बना लेती हैं। जहां प्रदूषण होता है, उस स्थान पर तितलियां कभी नहीं दिखाई देंगी। उन्हें पेड़ पौधे और खुशबू वाले स्थान पंसद हैं। तितलियों का खून ठंडा होने की वजह से वे सर्दी में कम नजर आती हैं। ये तितलियां पहाड़ी क्षेत्र और वन क्षेत्र से आती हैं।
औसत आयु हफ्ते से 15 दिन
माइग्र्रेट करने वाली तितली उडक़र दूसरे स्थान पर पहुंचकर अंडे देती हैं। फिर अंडे से जो तितली निकलती है, वह आगे चलती है। उन्हें पहले से ही पता होता है कि उन्हें किस स्थान पर पहुंचना है। दुनिया भर में करीब 20 हजार तितलियों की प्रजातियां हैं। तितली की औसत आयु हफ्ते से 15 दिन तक की होती है।