नयी दिल्ली । ओलंपियन एवं भारतीय पुरुष हॉकी टीम के पूर्व फॉरवर्ड खिलाड़ी तुषार खांडेकर का मानना है कि भारतीय पुरुष हॉकी टीम 23 जुलाई को टोक्यो में होने वाले आगामी ओलंपिक खेलों में शीर्ष पायदान पर अभियान समाप्त करने वाले प्रबल दावेदारों में से एक होगी।
तुषार ने ओलंपिक खेलों से पहले हॉकी इंडिया द्वारा शुरू की गई एक पॉडकास्ट श्रृंखला ‘ हॉकी ते चर्चा ’ के दौरान सोमवार को कहा, मुझे लगता है कि भारतीय पुरुष हॉकी टीम अभी जिस तरह से खेल रही है वह शीर्ष पायदान पर समाप्त होने की प्रबल दावेदार है।
हमने प्रत्येक ओलंपिक खेलों से सीखा है, जबकि हम 2008 में क्वालीफाई नहीं कर पाए थे, हम लंदन ओलंपिक में 12वें और रियो ओलंपिक में आठवें स्थान पर रहे थे। हमने 2012 ओलंपिक में भी गलतियों से सीख ली।
ओलंपियन ने कहा, मुझे यकीन है कि जो खिलाड़ी रियो ओलंपिक का हिस्सा थे वे टीम को उन गलतियों से सावधान करेंगे जिससे उन्हें टोक्यो में करने से बचने की जरूरत है। मुझे लगता है कि मौजूदा टीम ने भारतीय हॉकी का स्तर ऊंचा किया है और खिलाडिय़ों में इस चीज को लेकर काफी आत्मविश्वास भरा है कि वे दुनिया की शीर्ष टीमों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।
2014 से 2016 तक भारतीय पुरुष हॉकी टीम के सहायक कोच रहे तुषार ने कहा, एक अच्छी टीम बनाने के लिए हमें निश्चित रूप से अच्छी योजना की आवश्यकता होती है और जिस तरह से हॉकी इंडिया की योजना और उसे व्यवस्थित रूप से क्रियान्वित किया जाता है, उससे मैं बहुत खुश हूं। उसने खिलाडिय़ों को प्रशिक्षित करने के लिए एक बहुत ही वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर जोर दिया है।