अल्मोड़ा। विकास खण्ड द्वाराहाट के डोटल गांव की निवासी लोकगायिका रूचि आर्य का एक बार फिर नया कुमाऊंनी लोकगीत ना रूला ना रूला ब्वारी यूट्यूब पर हुआ रिलीज।
लोकगायिका रूचि आर्य ने बताया कि ना रूला ना रूला ब्वारी गीत में सास और ससुर अपनी ब्वारी को कह रहे हैं कि इतने अत्याचार ना कर एक दिन तुझे भी सास बनना है। उन्होंने कहा कि यह गीत बहुत अच्छा बना है आप सभी एक बार इस गीत को अवश्य सुने।
ना रूला ना रूला ब्वारी कुमाऊंनी लोकगीत को लोकगायिका रूचि आर्य व कुमार आनंद ने अपनी मधुर आवाज दी है। वहीं गीत में मधुर धुन विनोद पांडे ने दी है और गीत के निर्माता और बोल कुमार आनंद ने लिखे हैं। इससे पूर्व में रुचि आर्य की चार एलबम हिट कमू पहाड़ा लै जूला, मेरो फैशन मचैंगो धमाल, हिट म्यरा संग सुमना व बूबू कौतिक जानू रिलीज हो चुके हैं। इन गीतों को लोगों द्वारा खूब सराहा गया। रुचि आर्य ने कहा, मैं आशा करती हूं कि मेरे द्वारा गाया गया गीत ना रूला ना रूला ब्वारी गीत को भी लोगों का प्यार मिलेगा।