प्रत्येक माह बिजली का बिल भेजे यूपीसीएल, दो माह के बिल से जनता पर आर्थिक बोझ
देहरादून। आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रविंद्र सिंह आनंद ने प्रदेश कार्यालय में एक प्रेस वार्ता का आयोजन करते हुए उत्तराखंड पावर काॅरपोरेशन लिमिटेड पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि, यूपीसीएल उत्तराखंड की भोली-भाली जनता को मूर्ख बना रही है।
रविंद्र सिंह आनंद ने बताया कि ,वर्तमान बिजली यूनिट दर जोकि 0 से 100 यूनिट 2. 80 पैसे है ,101 से 200 मिनट तक 4 है ,201 से 400 यूनिट तक 5. 50 पैसे है और 400 यूनिट से ऊपर 6 रुपए 25 पैसे है। लेकिन महीने की दरें निर्धारित होने के बावजूद भी यूपीसीएल द्वारा प्रतिमाह बिल नहीं दिया जाता,बल्कि यूपीसीएल जनता पर आर्थिक बोझ डालते हुए 2 महीने का बिल इकट्ठा वसूलता है,जिससे कई लोगों पर बेवजह आर्थिक बोझ पडता है। इसके साथ ही यूपीसीएल अपने सभी फिक्स चार्ज भी वसूलता है जो भार सिर्फ जनता पर ही पड रहा है।
उन्होंने कहा कि ,उत्तराखंड एक उर्जा प्रदेश है ,जहां से कई जल विद्युत परियोजनाएं संचालित हो रही हैं ,और कई योजनाएं शुरु होने की कगार पर हैं लेकिन , इसके बावजूद भी उत्तराखंड प्रदेश की जनता को बिजली मुफ्त नहीं मिलती ,बल्कि उन्हें इसके लिए दाम चुकाने पडते हैं। रविन्द्र आनंद ने बताया कि, इससे पहले भी उनकी पार्टी द्वारा इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया गया था ,लेकिन फिर भी सरकार ने इस पर कोई भी कार्रवाई नहीं की ,जिससे ये स्पष्ट होता है कि सरकार जनता की समस्याओं के निस्तारण को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। आनंद ने बताया कि यूपीसीएल द्वारा जारी अंधेरगर्दी से जनता त्रस्त है,लेकिन जब भी यूपीसीएल के खिलाफ कोई भी आवाज उठाता है तो विभाग की कानों में जूं तक नहीं रेंगती है और हालत जस के तस बने हैं।
रविंद्र सिंह आनंद ने आगे बताया कि, अब पानी सर से उपर हो चुका है, आप पार्टी अब इस मुद्दे पर बिल्कुल चुप नहीं बैठेगी। जनता को इस गंभीर समस्या से निजात दिलाने के लिए वो हर संघर्ष करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यूपीसीएल का गुणा भाग उनकी समझ से बाहर है। जब यूपीसीएल में 1 महीने के बिल का प्रावधान है ,तो आखिर क्यों प्रतिमाह यूनिट की रीडिंग लेकर बिल नहीं बनाया जाता, आखिर क्यों 2 महीने का बिल इकट्ठा् वसूला जाता है,ये सब यूपीसीएल की मनमर्जी है जो आज लोगों की जेब पर भारी पड रही है। लेकिन अब आप पार्टी ऐसा नहीं होने देगी,अब अगर आवश्यकता पडी तो पार्टी कार्यकर्ता कार्यालय घेराव के साथ अधिकारियों का घेराव करने से भी पीछे नहीं हटेगी।
उन्होंने राज्य सरकार से ये मांग की है कि, यूपीसीएल की कारस्तानियों पर विराम लगाते हुए सरकार प्रतिमाह मीटर की रीडिंग ले और उसी आधार पर बिजली के बिल की वसूली की जाए। उन्होंने ये भी मांग की है कि ,बिजली की दरें निर्धारित होने के बावजूद भी अब तक यूपीसीएल द्वारा जो भी अतिरिक्त रुपया बिल के रुप में जनता से वसूला गया है, उसे ब्याज सहित जनता को वापस लौटाया जाए, और साथ ही कोरोना महामारी के दौर में सरकार उन सभी लोगों के बिलों को भी पूर्ण रुप से माफ करंे, जिनका पूरी तरह से रोजगार छिन चुका है। इस प्रेस वार्ता के दौरान आप प्रदेश प्रवक्ता रविन्द्र आनंद के साथ प्रदेश प्रवक्ता उमा सिसोदिया और आप के वरिष्ठ कार्यकर्ता विपिन खन्ना भी मौजूद रहे।