लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय संविधान के शिल्पी डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को कहा कि आज डॉ. अम्बेडकर की पावन जयंती है। देश और दुनिया के वंचितों, दलितों की आवाज के साथ ही भारत को दुनिया का सबसे बड़ा संविधान देने का श्रेय उन्हें जाता है। बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर की पावन जयंती के अवसर पर उन्हें कोटि कोटि नमन करते हुए मैं अपने श्रद्धांजलि देता हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. अम्बेडकर के ही प्रयासों का परिणाम है कि न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में सामाजिक भेदभाव के खिलाफ आवाज उठी। दलितों, वंचितों को समाज की मुख्य धारा में जुडऩे और शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचानें में इसके जरिए मदद मिली। उन्होंने पूरे प्रदेशवासियों की तरफ से डॉ. अम्बेडकर को कोटि-कोटि नमन किया।
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता से अपील की थी कि कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण अम्बेडकर जयन्ती पर घर पर रह कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करें। इससे हम कोरोना वायरस के संक्रमण से लोगों को बचाने में सफल होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. अम्बेडकर ने सामाजिक असमानता को दूर करने तथा वंचित वर्गों को सामाजिक न्याय दिलाने के उद्देश्य से भारत के संविधान में अनेक प्राविधान किए। भारतीय संविधान के निर्माण में बाबा साहब डॉ. अम्बेडकर के योगदान के लिए देशवासी सदैव उनके प्रति कृतज्ञ रहेंगे। उन्होंने आजीवन अनुसूचित जाति वर्ग सहित सभी उपेक्षित वर्गों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया। भेदभाव रहित एवं समरस समाज का निर्माण ही हम सभी की डॉ. अम्बेडकर के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।