देहरादून। देहरादून के ऐतिहासिक झंडा मेले के दौरान हादसा हो गया। झंडे जी के आरोहण के दौरान ध्वज दंड गिरकर टूट गया। इस हादसे से भगदड़ मच गई। इसमें कई लोगों के घायल होने की सूचना है।
दरबार साहिब में आज ऐतिहासिक 105 फीट ऊंचे झंडे जी का आरोहण किया जा रहा था। आरोहण के अंतिम समय में बारिश के चलते लकड़ी की कैंची टूट गई, जिसके कारण झंडे जी का ध्घ्वज दंड नीचे गिर गए। झंडे जी के नीचे दबने से कई श्रद्धालु घायल हो गए। इस दौरान वहां भगदड़ मच गई। भगदड़ का माहौल देख महंत देवेंद्र दास जी महाराज के आह्वाहन पर व्यवस्था संभाली गई। इससे पाहले सुबह झंडेजी को उतारने का कार्यक्रम शुरू हुआ। दरबार साहिब के महंत देवेंद्र दास जी महाराज की उपस्थिति में श्री झंडेजी को दही, घी, गंगाजल और पंचामृत से स्नान कराया गया। शाम पांच बजे श्री झंडेजी का आरोहण किया जा रहा था। इस ऐतिहासिक क्षण के दर्शन करने को लाखों की संख्या में संगतों का जनसैलाब उमड़ा था। देहरादून के दरबार साहिब में आज ऐतिहासिक 105 फीट ऊंचे झंडे जी का आरोहण किया जा रहा था। अब शनिवार को झंडे जी के आरोहण की सूचना है। इस बार झंडे जी का आरोहण कई मायने में खास था। इस बार झंडे जी के ध्वज दंड को बदला गया। परंपरानुसार, हर तीन साल में झंडे जी के ध्वज दंड को बदला जाता है। यह क्षण अद्भुत होता है। इस क्षण के दर्शन करने को संगतों में खासा उत्साह रहता है। नए झंडे जी का ध्वज दंड 105 फीट ऊंचा है, जो अभी तक श्री झंडे जी की सबसे अधिक ऊंचाई थी।