नई दिल्ली । सरकारी कंपनी गेल इंडिया लिमिटेड हाइड्रोकार्बन इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी परियोजनाओं पर 20 अप्रैल से काम शुरू कर रही है। देशभर में प्राकृतिक गैस की पाइप से आपूर्ति सुनिश्चित करने में लगी कंपनी का कहना है कि कोविड-19 महामारी की वजह से हुए लॉकडाउन के बीच जो काम का नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई करने के लिए सभी परियोजनाओं में अगले सोमवार से सुरक्षापूर्वक काम शुरू जाएगा, ताकि वे समय से पूरी हो सकें। केंद्र सरकार ने आगामी 20 अप्रैल से अर्थव्यवस्था के कुछ क्षेत्रों में काम करने के लिए लॉकडाउन से ढील दी है।
गेल से मिली जानकारी के अनुसार 20 अप्रैल, 2020 से राज्यों के लोकल एडमिनिस्ट्रेशन के साथ मिल कर काम शुरू किया जाएगा। इस दौरान सुरक्षा और बचाव की सभी सावधानियों का पूरा ध्यान रखा जाएगा। वैसे इस समय कंपनी की विभिन्न साइटों पर बने शिविरों में ही इसके अधिकतर श्रमिक हैं, जिनके लिए सभी व्यवस्था की गई है। इसलिए कंपनी को काम शुरू करने में कोई खास दिक्कत नहीं होगी।
कंपनी नैशनल गैस ग्रिड और सिटी गैस वितरण नेटवर्क का विस्तार करने के लिए अगले पांच साल में 45,000 करोड़ से अधिक का निवेश करने का संकल्प व्यक्त किया है। इस समय वह 5,700 किलोमीटर से अधिक पाइपलाइन विस्तार की परियोजना पर काम कर रही है। गेल फिलहाल 11,000 किलोमीटर के पाइपलाइन नेटवर्क का संचालन करती है और देश में बिकने वाली संपूर्ण प्राकृतिक गैस में दो-तिहाई का योगदान करती है।
कंपनी इस समय प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा योजना, कोच-कूटानंद-बेंगलुरु-मैंगलोर पाइपलाइन, इंद्रधनुष नॉर्थ इस्ट गैस ग्रिड और अन्य महत्वपूर्ण पाइपलाइन परियोजनाओं पर काम कर रही है, जो नैशनल गैस ग्रिड के तहत आपूर्ति और मांग के महत्वपूर्ण केंद्रों को जोड़ती हैं। कंपनी ने जो 45,000 करोड़ रुपये के निवेश का खाका खींचा है, उसमें से 32,000 करोड़ रुपये पाइपलाइन बिछाने में और अन्य 12,000 करोड़ रुपये सिटी गैस वितरण (सीजीडी) नेटवर्क पर खर्च होंगे।
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