लखनऊ । एसजीपीजीआई की एक नर्स ने मंगलवार सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। नर्स जब ड्यूटी पर नहीं पहुंची तो स्टाफ उसके घर गया तो गेट नहीं खुला। जिसके बाद उन्होंने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने जब कमरा खोला तो वो फांसी पर लटक रही थी। वहीं मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।
एसजीपीजीआई के पीडियाट्रिक वार्ड में पुष्पलता (30) नर्स के पद पर तैनात थी। वृंदावन कॉलोनी के सपना इंक्लेव में थर्ड फ्लोर पर रूम नंबर 31 में रह रही थी, पुष्पलता अविवाहित थी। मंगलवार सुबह पुष्पलता ड्यूटी पर नहीं आई। स्टाफ के मुताबिक उसे कई बार फोन किया गया, लेकिन नहीं उठा। जिसके बाद दोपहर 12 बजे करीब कुछ स्टाफ उसके घर गया, लेकिन कमरा अंदर से लॉक था। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। गेट अंदर से बंद था, जिसके बाद पुलिस तीसरी मंजिल पर सीढ़ी लगाकर चढ़ी। पीछे के कमरे की खिडक़ी तोडक़र अंदर का दरवाजा खोला और बाहर के कमरे में गए। जहां पुष्पलता का शव फंदे से झूल रहा था।
कुर्सी पर रखा था मोबाइल
पुलिस ने बताया कि शव जहां लटक रहा था वहीं कुर्सी पर मोबाइल रखा हुआ था। जिसे देखकर ये अंदाजा लगाय जा रहा है कि शायद वो किसी से वीडियो चेटिंग कर रही थी। पुष्पलता वहां अकेली रह रही थी। मामले की जानकारी बड़ी बहन सरिता को दी गई। सरिता पास ही में किसी कॉलोनी में कांपिटीटिव परीक्षा की तैयारी कर रही थी। पुष्पलता मूलरूप से फतेहपुर की रहने वाली है। पुलिस ने मामले की जानकारी परिवारीजनों को दे दी और घटना की पड़ताल की जा रही है।