देहरादून। वन अनुसंधान संस्थान में वन वनस्पति प्रभाग द्वारा “बांस के वर्गीकरण में आधुनिक रुझान” विषय पर एक दिवसीय वेबिनार का आयोजन किया गया। निदेशक, वन अनुसन्धान संस्थान ए. एस. रावत ने अपने वक्तव्य में बांस के पारिस्थितिक और आर्थिक महत्व एवं बांस वर्गीकरण में होने वाली चुनोतियों को रेखांकित किया! वन वनस्पति प्रभाग के प्रभाग प्रमुख डॉ. अनूप चंद्रा ने अपने स्वागत संबोधन में संघोष्ठी में सम्मिलित समस्त प्रतिभागियों एवं वक्ताओं का स्वागत किया और संघोष्ठी के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी।
अन्तराष्ट्रीय बांस एवं बेंत संघठन के भूतपूर्व सलाहकार डॉ. आर. एल. बानिक ने अपने मुख्य वक्तव्य में आजीविका समर्थन और जैव विविधता संरक्षण में बांस की भूमिका एवं बांस वर्गीकरण में उभरते रुझान पर प्रकाश डाला।
डॉ. एच. बी. नैथानी, भूतपूर्व वैज्ञानिक, वन अनुसन्धान संसथान, डॉ. एल. बी. सिंघा प्रोफेसर, मणिपुर यूनिवर्सिटी एवं डॉ. पी. के. पांडे, भूतपूर्व प्रभाग प्रमुख, वन वनस्पति प्रभाग, वन अनुसन्धान संसथान द्वारा बांस के विभिन्न विषयों पर वक्तव्य प्रस्तुत किया गया। रंजना नेगी ने संघोष्ठी की सिफारिशों को प्रस्तुत किया और डॉ. पी. के. वर्मा द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ संघोष्ठी का समापन हुआ।