कोलंबो । श्रीलंका दौरे पर भारत की ए क्रिकेट टीम के कप्तान की भूमिका निभा रहे शिखर धवन ने कहा है कि यह उनके लिए बड़ी उपलब्धि है कि वह भारतीय टीम के कप्तान बने हैं। एक लीडर के रूप में उनका विचार है कि सभी को एक साथ और खुश रखा जाए, यही सबसे महत्वपूर्ण बात है।
शिखर ने स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम ‘ फॉलो द ब्लूज Ó में भारतीय टीम के कप्तान की भूमिका दिए जाने पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, हमारे पास लड़कों का एक अच्छा समूह है, बहुत अच्छा सहयोगी स्टाफ है और हमने पहले भी काम किया है। जब मैं भारत ए का कप्तान था, राहुल द्रविड़ कोच थे और मैं कई बार एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) गया हूं, इसलिए यह एक अच्छा बंधन है। मैं चाहता हूं कि सभी साथ रहें और खुश रहें।
भारतीय कप्तान शिखर ने कोच राहुल द्रविड़ के साथ अपने बंधन के बारे में कहा
राहुल भाई से मेरे अच्छे संबंध हैं। जब मैंने रणजी ट्रॉफी खेलना शुरू किया था तब मैं उनके खिलाफ खेला था और तब से मैं उन्हें जानता हूं। जब मैं इंडिया ए मैच खेलने गया तो मैं कप्तान था और वह कोच थे, इसलिए बातचीत हुई। जब वह एनसीए के निदेशक बने तो हम वहां करीब 20 दिनों के लिए जाते थे, इसलिए हमारे बीच काफी बातचीत होती थी और अब हमारे बीच अच्छी केमिस्ट्री है और अब जब हमारे पास एक साथ छह मैच खेलने का मौका है तो यह बहुत मजेदार होगा और मुझे लगता है कि हम सभी अच्छी तरह से तालमेल बिठाएंगे।
धवन ने युवा खिलाडिय़ों के लिए श्रीलंका दौरा के मायने के बारे में कहा, युवाओं को टीम में पाकर और उनके सपनों को साकार होते देख खुशी हो रही है। यह बड़ी बात है कि ये युवा अपने-अपने गृह नगर से कुछ सपने लेकर आए हैं और उनके सपने पूरे हो रहे हैं और अब उन्हें उस यात्रा का आनंद लेना चाहिए, जिसने उन्हें टीम इंडिया में उतारा और उन्हें अपनी ताकत का मूल्य पता होना चाहिए और इसे कैसे सुधारना चाहिए। टीम में सीनियर हैं, इसलिए युवा उनसे सीखेंगे और इसके विपरीत हमें युवाओं से सीखने को मिलेगा। जब भी मैं युवाओं से मिलता हूं तो देखता हूं कि उनके पास अक्सर सोचने के नए तरीके होते हैं और मैं उन चीजों को सीखने की कोशिश करता हूं जो हमारी मदद करेंगी।