ह्यूस्टन । नासा के ‘परसिवरेंस’ रोवर के भारतीय मूल के अमेरिकी इंजीनियर विष्णु श्रीधर ने कहा है कि मंगल ग्रह अभियान पर सर्वाधिक रोमांचक कार्य आने वाले हफ्तों में होने वाला है। न्यूयार्क के रहने वाले श्रीधर (27) कैलीफोर्निया स्थित अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के जेट प्रोपल्शन लैबोरेट्री (जेपीएल) मेंमार्स 2020‘परसिवरेंस’ रोवर के सुपरकैम के लिए एक लीड सिस्टम इंजीनियर हैं। आने वाले हफ्तों में इस रोवर के कुछ सर्वाधिक रोमांचक कार्य होने वाले हैं। हम मंगल से और अधिक तस्वीरें प्राप्त करने जा रहे हैं, हम सुपरकैम उपकरण से तस्वीरें लेने जा रहे हैं, हम अपने माइक्रोफोन के जरिए ऑडियो रिकार्डिंग करने जा रहे हैं और निकट भविष्य में बहुत जल्द हम अपने हेलिकॉप्टर (ड्रोन) को तैनात करने जा रहे हैं…।
’ सुपर कैम एक सुदूर संवेदन (रिपोट सेंसिंग) उपकरण है जो मंगल की सतह पर चट्टानों के रसायनिक तत्वोंका विश्लेषण करने के लिए लेजर तकनीक का इस्तेमाल करेगा। यह उस क्षेत्र का विश्लेषण करेगा, जहां तक रोवर नहीं पहुंच सकता है। नासा का यह रोवर इस साल 18 फरवरी को मंगल की सतह पर उतरा। रोवर, सुपरकैम और इसके अन्य उपकरणों की मदद से वैज्ञानिकों को लाल ग्रह पर अतीत में जीवन की मौजूदगी का सुराग हासिल करने में मदद मिलेगी।
यह महत्वपूर्ण है कि कोविड-19 महामारी के बावजूद यह अभियान हो रहा है। नासा के अभियानों में स्पष्ट रूप से एक मूलभूत सवाल का जवाब ढूंढने की कोशिश की जा रही है कि क्या मंगल पर कभी जीवन मौजूद था? क्या पृथ्वी के अलावा अन्य ग्रह पर भी जीवन था ? ’’ जेपीएल में पिछले पांच साल का श्रीधर का समय मंगल के लिए समर्पित रहा है और वह फिलहाल मार्स 2020 रोवर पर सुपरकैम के इंस्ट्रूमेंट इंजीनियर हैं।