अमेरिका: आतंकी संगठनों के खिलाफ पाकिस्‍तान ठोस कदम नहीं उठा रहा

आतंकियों को पालने पोसने वाले पाकिस्‍तान की एक अमेरिकी रिपोर्ट ने पोल खोलकर रख दी है। अमेरिका ने इस रिपोर्ट में कहा है कि भारत को निशाना बनाने वाले आतंकी संगठनों के खिलाफ पाकिस्‍तान ठोस कदम नहीं उठा रहा है। अमेरिका ने यह भी चेतावनी दी है कि लश्‍कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba), जैश-ए-मोहम्‍मद (Jaish-e-Mohammad) जैसे आतंकी संगठनों की क्षमताओं में कोई कमी नहीं आई है। पाकिस्‍तान ने इनके खिलाफ कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की है।

आतंकवाद को लेकर सालाना काउंटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि लश्‍कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba), जैश-ए-मोहम्‍मद (Jaish-e-Mohammad) जैसे आतंकी संगठनों को पाकिस्‍तान में आज भी फंडिंग हो रही है। पाकिस्‍तान स्थित लश्‍कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) साल 2008 में हुए मुंबई धमाकों के लिए जिम्‍मेदार था। भारत आज भी पाकिस्‍तान स्थित आतंकी संगठनों की मार झेल रहा है।

शुक्रवार को जारी इस रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्‍तान के पांच आतंकियों ने पिछले साल भारत पर भयावह हमले को अंजाम दिया था। यही नहीं भारत माओवादियों के हमले भी लगातार झेल रहा है। रिपोर्ट में छत्‍तीसगढ़ में पुलिस के वाहन पर हमले के साथ साथ आंध्र प्रदेश में अराकू विधानसभा के टीडीपी विधायक किदारी सर्वेश्वर राव की हत्‍या और निरंकारी संगत में जुटे श्रद्धालु‍ओं पर हमले का भी जिक्र है। इस हमले में तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी जबकि 20 अन्‍य घायल हो गए थे।

साल 2018 की इस रिपोर्ट में कश्‍मीर में सुजात बुखारी (journalist Shujaat Bukhari) की हत्‍या और सुंजुवान में एक भारतीय सेना के शिविर पर हमले का उल्‍लेख है। इस हमले में छह जवान शहीद हो गए थे जबकि एक सिविलियन की भी मौत हुई थी। रिपोर्ट में सोशल मीडिया के जरिये युवाओं को भड़काने और आतंकी संगठनों द्वारा इसके जरिये युवाओं की भर्ती पर भी चिंता जताई गई है। रिपोर्ट में सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर भारत सरकार के अधिकारियों की चिंताओं का भी जिक्र किया गया है।

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