विधायक सुशील सिंह ने किया फेस्ट का उद्घाटन
देहरादून: तुलाज़ इंस्टीट्यूट में दो दिवसीय वार्षिक सांस्कृतिक फेस्ट ‘संस्कृति 2025’ का भव्य शुभारंभ हुआ। इस दो दिवसीय आयोजन की शुरुआत उत्साह और उमंग के साथ हुई, जिसमें छात्रों की रचनात्मकता, प्रतिभा और युवा ऊर्जा की अद्भुत झलक देखने को मिली। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि चंदौली (उत्तर प्रदेश) के विधायक सुशील सिंह थे, जिनके साथ किरन सिंह (पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष, वाराणसी) भी उपस्थित रहीं। कार्यक्रम में तुलाज़ ग्रुप के चेयरमैन सुनील कुमार जैन, सेक्रेटरी संगीता जैन, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सिल्की जैन मारवाह, वाइस चेयरमैन रौनक जैन, वाइस प्रेसिडेंट ऑफ टेक्नोलॉजी डॉ. राघव गर्ग, तथा इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर डॉ. शैलेन्द्र कुमार तिवारी भी मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि सुशील सिंह ने अपने संबोधन में छात्रों के सर्वांगीण विकास में ऐसे मंचों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “संस्कृति जैसे फेस्ट केवल मनोरंजन नहीं हैं, बल्कि ये छात्रों के आत्मविश्वास, प्रतिभा और यादगार अनुभवों के विकास का सशक्त माध्यम हैं। यह मेरा पहली बार तुलाज़ इंस्टीट्यूट आना हुआ है और यहाँ के छात्रों की प्रस्तुतियाँ देखकर लगा कि ‘संस्कृति’ का असली अर्थ यहाँ जीवंत है। हमारी संस्कृति हमारे देश की शान है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वैश्विक स्तर पर भी आगे बढ़ा रहे हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि तुलाज़ इंस्टीट्यूट जल्द ही एक यूनिवर्सिटी बनेगा। अंत में मैं बस इतना कहना चाहूँगा कि देहरादून शिक्षा की राजधानी है, और यहाँ के छात्रों को इस शहर और इतने सुंदर कैंपस में पढ़ने का अवसर प्राप्त होना वाकई सौभाग्य की बात है।”
कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन और राष्ट्रगान के साथ हुई। कार्यक्रम का संचालन बी.एससी. एग्रीकल्चर (चतुर्थ वर्ष) की सृष्टि सौम्या और बीबीए (प्रथम वर्ष) के रितिश धर ने किया। बीबीए (द्वितीय वर्ष) की गुंजन राय और बीटेक सीएसई (द्वितीय वर्ष) के ऑस्कर राणा ने ऊर्जावान स्वागत नृत्य से मंच को जीवंत कर दिया।
इसके बाद नॉर्थईस्ट के छात्रों द्वारा एक फैशन शो प्रस्तुत किया गया, जिसका मुख्य विषय प्रकृति संरक्षण और पर्यावरण जागरूकता था। यह प्रस्तुति वस्त्रों, आभूषणों और संदेशों के माध्यम से दी गई। तत्पश्चात संस्थान के छात्रों द्वारा बैंड परफॉर्मेंस और बी.एससी. एग्रीकल्चर (द्वितीय वर्ष) की नैंसी सिन्हा द्वारा एक एकल गायन प्रस्तुत किया गया, जिसने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
तुलाज़ ग्रुप के चेयरमैन सुनील कुमार जैन ने छात्रों, फैकल्टी और आयोजन समिति को बधाई देते हुए कहा, “तुलाज़ इंस्टीट्यूट हमेशा से ही अकादमिक उत्कृष्टता और सह-पाठयक्रम गतिविधियों के संतुलन को बढ़ावा देता आया है। ‘संस्कृति’ उसी विचारधारा का उत्सव है। हमारे छात्र जिस लगन और जोश से कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं, वह संस्थान की जीवंतता को दर्शाता है। मैं मुख्य अतिथि श्री सुशील सिंह का विशेष रूप से धन्यवाद करता हूँ, जिन्होंने अपने कीमती समय से हमारा उत्साहवर्धन किया। आज तुलाज़ जिस मुकाम पर है, उसका श्रेय हमारे विद्यार्थियों को जाता है – वे ही हमारी असली पहचान हैं। साथ ही मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि हाल ही में नई दिल्ली में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयोजित ‘स्टार्टअप महाकुंभ 2025’ में तुलाज़ इंस्टीट्यूट ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।”
कार्यक्रम में 2023–24 सत्र के शैक्षणिक मेधावियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर निर्णायक मंडल में गायक एवं गीतकार राहुल नेत्र नेगी, फैशन डिज़ाइनर मनु आहूजा, और कोरियोग्राफर एवं वाइब्रेशन डांस स्टूडियो के संस्थापक हर्षित गुप्ता भी शामिल रहे।
छात्रों द्वारा प्रस्तुत ‘टीम पद्मावत’ का म्यूजिकल स्टोरी परफॉर्मेंस, जिसमें नृत्य, संगीत और नाट्य का संयोजन था, दर्शकों के लिए एक अद्भुत अनुभव रहा। कार्यक्रम के अंत में ‘मेटालिक ब्लेज़’ नामक एक और फैशन शो प्रस्तुत किया गया, जिसमें फ्यूचरिस्टिक थीम्स और रचनात्मक परिधानों ने सभी का ध्यान खींचा।
अपने संबोधन में, इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर डॉ. शैलेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा, “संस्कृति 2025 केवल एक उत्सव नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा मंच है जहाँ हमारे छात्र अपने विचारों को अभिव्यक्त करते हैं, एकजुट होकर काम करते हैं और व्यक्तिगत एवं सामूहिक रूप से आगे बढ़ते हैं।”
इस आयोजन में तुलाज़ इंस्टीट्यूट और तुलाज़ इंटरनेशनल स्कूल के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, साथ ही शिक्षकों, पूर्व छात्रों और विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को विशेष बना दिया।
संस्कृति 2025 के दूसरे और अंतिम दिन का मुख्य आकर्षण रहेगा प्रसिद्ध बॉलीवुड गायक पापोन की लाइव परफॉर्मेंस, जो इस सांस्कृतिक उत्सव को एक यादगार और ऊर्जावान समापन प्रदान करेगी।