देहरादून। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी ने प्रेसवार्ता कर छात्रों के टीकाकरण में प्राथमिकता देने की मांग रखी। NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन के नेतृत्व में चलाई जा रही एनएसयूआइ की मुहिम के क्रम में सोमवार को प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी ने प्रेस वार्ता की।
उन्होंने कहा कि इससे पहले भी छात्र संगठन द्वारा टीकाकरण की बात उठाई जा चुकी है और टीकाकरण के बिना हो रही परीक्षाओं की कड़ी निंदा की जा रही है। एनएसयूआइ राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशानुसर, देश की सभी इकाइयों ने अपने-अपने राज्य में इस मुद्दे को गंभीरता से लेने की बात कही।
छात्रों के टीकाकरण के लिए सरकार को जल्द से जल्द कोई योजना बनानी चाहिए जिससे परीक्षार्थियों की जान जोखिम में ना रहे। ऐसी किसी योजना के ना होने से, न सिफऱ् छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है बल्कि उनकी जान को भी खतरा है। केंद्र पर हमला बोलते हुए एनएसयूआइ ने केंद्र सरकार और उसकी नीतियों को कारण बताते हुए देश में टीकों की कमी होने का भी दोषी बताया।
राज्य स्तर पर आवश्यक बचाव के कदम लेने के लिए छात्रों को टीकाकरण में प्राथमिकता एक अहम कदम बताया गया। हाल ही में केंद्र सरकार के देशभर में लगे ‘थैंक-यू पोस्टजऱ्’ को एनएसयूआइ निंदनीय बताया। कहा है कि आज जब देश टीकाकरण की कमी से जूझ रहा है तब केंद्र सरकार जनता का पैसा अपने निजी प्रचार में खर्च रही है। एनएसयूआई ने दावा किया कि, लाखों छात्र हर साल अलग-अलग परीक्षाएं देते हैं।
समय रहते हुए छात्रों के टीकाकरण में प्राथमिकता के बारे में ठोस कदम उठाया जाना चाहिए। इस मौके पर जिला अध्यक्ष सौरभ ममगाईं, महानगर अध्यक्ष अभिशेष डोबरियाल, वाशु शर्मा, विधानसभा अध्यक्ष धर्मपुर सौरभ कुमार, विधानसभा अध्यक्ष कैंट प्रियांशु गौड़, वंश महेश्वरी, गौरव नेगी, नमन शर्मा, अनुभव, निश्चय आदि मौजूद रहे।