देहरादून। आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता नवीन पिरशाली ने एक प्रेसवार्ता करते हुए राज्य की बीजेपी सरकार को आडे़ हाथों लिया। उन्होंने कहा कि आप पार्टी प्रदेश के प्रति अपने कर्तव्यपरायणता को पूर्ण करते हुए एक पारदर्शी तरीके से उत्तराखण्ड में जनसरोकारों के मुद्दों में हो रही अनियमितताओं और भ्रष्टाचार को उजागर करना अपना कर्तव्य समझती है।
उन्होंने आगे कहा कि, 7 सितंबर को कर्नल अजय कोठियाल जी द्वारा रोजगार के नाम पर कैसे पैसों की उगाही की जा रही है इसका खुलासा किया था जिससे भ्रष्टाचार की पोल खुल चुकी है, कि कैसे सरकार द्वारा चयनित आउटसोर्सिंग एजेंसी अभ्यर्थियो से पैसो की उगाही करती है और फिर बिना जांचे परखे उन्हें नौकरी का कॉल लेटर थमा दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि, इस कंपनी ने कर्नल कोठियाल की बिना जांच किए ही उनसे 25 हजार रुपये वसूले और उन्हें 2 दिनों के भीतर ज्वाइनिंग लेटर देते हुए चंपावत में पोस्टिंग भी दे दी। इस पूरे प्रकरण को प्रस्तुत करने के पीछे हमारा उद्देश्य है कि, किस तरह उत्तराखण्ड से बाहर की आउटसोर्सिंग कंपनियां उत्तराखण्ड के युवाओं से खिलवाड़ कर नौकरी के नाम पर पैसा वसूल कर रही हैं ,और फिर भी उत्तराखंड की भाजपा सरकार चुप बैठी हुई है।
अधिकारियों से लेकर भाजपा के कई लोग भी इस आउटसोंर्संग कंपनी पर सवाल उठा चुके हैं लेकिन इसके बावजूद भी सरकार द्वारा ऐसी कंपनियों को ब्लैक लिस्ट क्यों नही किया जा रहा है यह समझ से परे है। उन्होंने आगे कहा कि रोजगार के नाम पर पिछले 4 साल में भाजपा ने केवल 2 प्रतिशत पंजीकृत बेरोजगार युवाओं को नौकरी दी है,क्या ये भाजपा की रोजगार देने की उपलब्धि । भाजपा को इस नाकामी के लिये पर जनआशीर्वाद यात्रा नही बल्कि प्रायश्चित यात्रा निकाली चाहिए। नवीन पिरशाली ने आगे कहा कि मजबूर युवाओं से रोजगार के नाम पर 3 -3 महीने की सैलरी रिश्वत के तौर पर मांगी जा रही है और जो सैलरी तय होती है उससे कम सैलरी दी जा रही है। ये सब कुछ उजागर होने के बाद भी भाजपा के जंगल राज में कुछ सुनवाई नही हो रही है।
ये रेखा आर्या जी के विभाग का मामला है, वही रेखा आर्या जिनके साथ कोई भी प्रशासनिक अधिकारी काम नही करना चाहते हैं। कोई भी इमानदार अधिकारी कभी भी भ्रष्टाचार को संरक्षण देने वाले मंत्री के पास काम नही करना चाहेगा।आप पार्टी ये मांग करती है कि रेखा जी के अंदर थोडी भी नैतिकता है ,तो उन्हें तुरंत प्रदेश में रोजगार के नाम पर हो रहे खिलवाड पर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए क्यांकि प्रदेश में भ्रष्टाचार को संरक्षण देने वालों की जनता को कोई आवश्यकता नहीं है।
आप पार्टी पूछना चाहती है कि, ये पीयूष अग्रवाल कौन हैं ,क्या ये वही है पीयूष अग्रवाल हैं जो विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल के बेटे हैं, जिनका अपॉइंटमेंट पहले 2018 में उत्तराखंड जल संस्थान में सहायक अभियंता के तौर पर हुई लेकिन अब उन्हें विधानसभा स्पीकर के बेटे होने का एक और लाभ मिल गया और वो अब मुख्यमंत्री के सलाहकार के रुप में कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि हम लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर अपना पूर्ण विश्वास रखते हैं और उम्मीद करते हैं कि मीडिया प्रदेश में हो रही ऐसी अंधरेगर्दी के मुद्दो को तवज्जो देते हुए प्रमुखता से उठाएगा।