दिल्ली के दो मंजिला मकान में लगी आग,बिहार के रहने वाले 30 लोगों की मौत

बाहरी दिल्ली के किराड़ी इलाके में स्थित कपड़े के एक गोदाम में रविवार रात लगी भीषण आग ने 2 मंजिला मकान को भी अपनी चपेट में ले लिया, जिससे वहां मौजूद 13 लोगों में से 9 की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि कई लोग झुलस गए हैं। जान गंवाने वालों में कई महिलाएं और मासूम बच्चे भी हैं। आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। प्रेम नगर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। जान गंवाने वाले सभी लोग बिहार के मधुबनी जिले के रहने वाले हैं।

दमकल विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, उन्हें रविवार देर रात करीब 12:30 बजे  किराड़ी स्थित इंदर एंक्लेव फेस -1 , डी ब्लॉक गली नंबर 4 मकान नंबर 206 में आग लगने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही दमकल व पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे व आग पर काबू पाने का काम शुरू कर दिया। यह मकान राम चंद्र झा का है। दमकल के अधिकारियों के मुताबिक, कुल 5 गाड़ियों की मदद से आग बुझाने का काम शुरू किया गया। कुछ ही देर में आग पर काबू पा लिया गया,  लेकिन तब तक इस हादसे में 9 लोगों की मौत हो चुकी थी।

दमकल अधिकारियों का कहना है कि आग पर काबू पाने के दौरान कई लोगों को बाहर निकाल लिया गया, तो कई को आग पर काबू पाने के बाद घर से निकाला गया, जिनमें 4 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 6 लोग पूरी तरह से बेहोश व गम्भीर हालत में थे। उन्हें संजय गांधी व पास के आसपास में भर्ती कराया गया था, इनमें से भी एक की मौत की सूचना है। हादसे के समय मकान में करीब 13 लोग मौजूद थे।

ग्राउंड फ्लोर पर कपड़े के गोदाम में लगी थी आग

बताया जा रहा है कि जिस मकान में आग लगी वह 50 गज जमीन पर बना है, जिसमें ग्राउंड फ्लोर पर कपड़े का गोदाम है। बताया जाता है कि शॉर्ट सर्किट के कारण यह आग नीचे ग्राउंड फ्लोर पर लगी, जो धीरे-धीरे ऊपर बने दो मंजिला मकान में पहुंच गई। माना जा रहा है कि देर रात होने के चलते लोग सो रहे होंगे। ऐसे में उन्हें पता नहीं चला होगा और आग तेजी से फैलती चली गई और सबको अपनी चपेट में ले लिया। इसी दौरान आग किचन में पहुंची तो वहां सिलेंडर में भी ब्लास्ट हो गया, जिससे मकान का एक हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया। 9 मृतकों में शामिल उदय चौधरी का परिवार मूल रूप से बिहार के मधुबनी जिले के ब्रह्मपुर गांव के रहने वाल है। बताया जाता है कि उदय करीब ढाई लाख रुपये सिक्यूरिटी देकर रामचंद्र के मकान में किराए पर रह रहे थे।

हरिद्वार जाने के कारण छोटे बेटे की बची जान

राम चन्द्र झा के बड़े बेटे की मौत एक साल पूर्व कैंसर से हो गई थी। ऐसे में उनकी बरसी के लिए उनका छोटा बेटा टिंकू हरिद्वार शाम को ही गए थे। उन्हें देर रात रास्ते में ही घटना की जानकारी मिली। इसके बाद वह लौट गए।

इनकी गई जान

गौरतलब है कि इससे पहले दिल्ली के अनाजमंडी इलाके में एक अवैध रूप से चल रही भीषण आग में 40 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।

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