कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में बढ़ते मामलों के बीच स्टेरॉयड (Steroid) के यूज को लेकर लोगों के मन में कई सवाल हैं। कोरोना वायरस संक्रमण की पहली लहर के दौरान महामारी के इलाज में स्टेरॉयड (Steroid) एक प्रभावी विकल्प बन कर उभरा था। कई केसेज में यह लोगों की जान बचाने में मददगार साबित हुआ था। अब महामारी के दूसरी लहर के दौरान डॉक्टर स्टेरॉयड्स का यूज स्पेसिफिक केस में कर रहे हैं। इसके साथ ही लोगों को कहा जा रहा है कि वह बिना लोकल फिजिशियन की सलाह के स्टेरॉयड्स का प्रयोग ना करें। इस बारे में मैक्स सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल के प्रिंसिपल डायरेक्टर और हेड ऑफ पल्मोनोलॉजी डॉ. विवेक नांगिया और इंटरनल मेडिसिन के डायरेक्टर ने स्टेरॉयड्स को लेकर बातचीत की।
गंभीर मामलों में इन्फलेशन को कम करता है
दोनों डॉक्टर ने बताया कि किस सिचुएशन में स्टेरॉयड्स का यूज करना है और यह पेशेंट्स पर किस तरह से काम करता है। स्टेरॉयड्स के प्रयोग के सवाल पर इन्होंने बताया कि कोरटिकोस्टेरॉयड्स (Corticosteroids) या स्टेरॉयड्स वो दवा है जो कोर्टिसोल के समान है। ये एक ऐसा हार्मोन है जो हमारे एडर्नल ग्लैंड से बनता है। ये पावरफुल एंटी इन्फ्लेमेटरी ड्रग्स है जो कोरोना संक्रमण के गंभीर मामलों में इन्फ्लेशन को कम करता है।