एक मार्च से प्री मानसून अवधि की शुरुआत हो गई है। शुरुआती पांच दिन में उत्तराखंड में सामान्य से साढ़े तीन गुना अधिक वर्षा देखने को मिली है। आमतौर पर जितनी वर्षा मार्च के एक पखवाड़े में होती है, उतनी वर्षा मिल चुकी है।इससे बढ़ते तापमान पर अंकुश लगने के साथ खेती को फायदा पहुंचा है। शीतकाल की विदाई के बाद जिस तरह से मध्य व उच्च हिमालय में हिमपात देखने को मिला है उसे जलवायु व हिमनदों की सेहत के लिए भी फायदेमंद माना जा रहा है।