नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में लॉक डाउन लगा दिया तब से बच्चे अपने घरों में ही अपने माता-पिता से पढ़ाई कर रहे हैं परंतु देश की जितने भी शिक्षण संस्थान है वह अपने फिश को लेकर बहुत ही चिंतित है। पूरे देश आपदा से जूझ रहा है लेकिन हमारे हमारे निजी निजी शिक्षण संस्थान के प्रशासक भेज मान नहीं रहे है। बच्चों के पेरेंट्स को मैसेज के द्वारा यह कहा जा रहा है 3 महीनों का फीस जमा करवा दिया जाए, डायरेक्ट अकाउंट में ही अब यह बताया जाए कि जहां सरकारे हर चीजों पर लोगों की रियायत देने की बात कर रही है। सरकार के द्वारा यह कहा जा रहा है कि प्राइवेट संस्थान अपने कर्मचारियों के साथ ऐसा ना करें कि उन्हें कोई दिक्कत हो उनको नौकरी से ना निकाले जब तक स्थिति सामान्य हो जाए। लेकिन ऐसी देश के हर एक राज्यों से यह खबर आ रही है कि स्कूल प्रशासन के द्वारा यह मैसेज आ रहा है कि आप अपने बच्चों की फिश को तकतत्काल अकाउंट के द्वारा जमा करवा दें । पेरेंट्स भी क्या करें अगर वह फीस जमा ना करें तो उन्हें लगता है किकहीं उनके बच्चों के साथ स्कूल वाले बाद में चलकर उन्हें परेशान न करें । सरकारों को इन सब समस्याओं पर भी ध्यान देने की जरूरत है। क्योंकि पैरंट्स तो अभी अपने घर के राशन को लेकर ही परेशान होंगे तो बच्चों की फीस कहां सेेे दे पाएंगे।

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