नई दिल्ली । भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच ग्राहम रीड का मानना है कि कोविड-19 महामारी के कारण उनका अभ्यास कार्यक्रम अन्य देशों की तरह प्रभावित नहीं हुआ है। जहां तक तोक्यो ओलिंपिक की तैयारियों का सवाल है तो 8 बार का चैंपियन भारत अपने प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में बेहतर स्थिति में है।
भारत के लिए यह निश्चित तौर पर निराशाजनक है कि कोविड-19 महामारी के कारण उसकी टीम एफआईएच प्रो लीग मैचों को खेलने के लिए जर्मनी और इंग्लैंड का दौरा नहीं कर पाई लेकिन इस मुश्किल घड़ी में रीड इसके सकारात्मक पक्षों पर गौर करते हैं।
प्रो लीग को अभी स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने कोरोना वायरस के लगातार बढ़ रहे खतरे के बावजूद भारतीय खेल प्राधिकरण (स््रढ्ढ) और हॉकी इंडिया द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की।
रीड ने बेंगलुरू में साइ के दक्षिण भारत के केंद्र से कहा, संबंधित विभागों ने जल्दी से कार्रवाई की और साई केंद्र को अलग थलग कर दिया। हम अलग थलग जरूर हैं लेकिन हम अपने सामान्य कार्यक्रम के अनुसार चल रहे हैं। चीजें बड़ी सहजता से हो रही हैं। हम वायरस पर नियंत्रण नहीं कर सकते लेकिन हम अपने वातावरण पर नियंत्रण कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, चीजें हर दिन बदल रही हैं लेकिन एक अच्छी बात यह है कि हम लगातार अभ्यास जारी रखे हुए हैं, जबकि अन्य देशों के साथ ऐसा नहीं है। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी अपने परिवारों के साथ हैं और पर्थ में अभ्यास कर रहे हैं। अर्जेंटीना का केंद्रीकृत कार्यक्रम है लेकिन मुझे नहीं लगता कि वे अभी हमारी तरह अभ्यास कर पा रहे हैं। हमारी पूरी टीम साथ में है।
रीड ने कहा, यहां हमारे साथ शिविर में 32 खिलाड़ी हैं और हम एक दूसरे के खिलाफ प्रतिस्पर्धी हॉकी खेल सकते हैं। हम अंतरराष्ट्रीय मानसिकता के साथ आपस में मैच खेल रहे हैं। हम हर दिन भिन्न शैली की हॉकी खेल रहे हैं। एक दिन हम जर्मनी जैसी तो दूसरे दिन ऑस्ट्रेलिया की तरह हॉकी खेल रहे हैं।
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