हरिद्वार। गरीबदासी सम्प्रदाय की प्रतिष्ठित धार्मिक संस्था श्री गरीबदास परमानंद आश्रम में ब्रह्मलीन स्वामी दर्शानानंद माता को उनकी चतुर्थ पुण्यतिथि के अवसर पर म.मं. स्वामी हरिचेतनानंद महाराज की अध्यक्षता और स्वामी परमानन्द महाराज के सानिध्य और स्वामी केशवानंद के संयोजन में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया जिसमें संतजनों ने ब्रह्मलीन स्वामी दर्शानानंद माता को उनकी चतुर्थ पुण्यतिथि के अवसर पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। म.मं. स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी दर्शानानंद माता करूणा और वात्सल्य की प्रतिमूर्ति थी, भगवान श्री कृष्ण की उपासक माता दर्शानानंद विदूषी संत थी। स्वामी जगदीश आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी योगेन्द्रानंद महाराज ने कहा कि माता दर्शनानंद भागवत कथा, रामायण की मर्मज्ञ थी। उन्होंने अपना सारा जीवन धर्म और अध्यात्म के प्रचार प्रसार में व्यतीत किया। श्रद्धांजलि समारोह में पधारे संतजनों का स्वागत करते हुए स्वामी केशवानंद महाराज ने कहा कि गुरूदेव स्वामी परमानन्द महाराज की कृपा और ब्रह्मलीन स्वामी दर्शानानंद महाराज का आशीर्वाद सदैव मुझ अकिंचन शिष्य पर बना रहा वे ज्ञान, जप-तप के पुंज है उन्हीं कि कृपा से मुझे म.मं. स्वामी हरिचेतनानंद जी का संरक्षण प्राप्त हुआ। नगर निगम में भाजपा पार्षद दल के उपनेता अनिरूद्ध भाटी ने माता दर्शनानंद को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि खड़खड़ी, भूपतवाला क्षेत्र में परमानन्द आश्रम एक प्रतिष्ठित धार्मिक संस्था हैं जिसे अपने जप-तप से स्वामी परमानन्द महाराज और ब्रह्मलीन स्वामी माता दर्शनानंद ने सिद्ध पीठ बना दिया। इस अवसर पर म.मं. स्वामी सुरेन्द्र मुनि, म.मं. स्वामी प्रेमानंद महाराज, महंत कमल दास, महंत दुर्गादास, महंत सुमित दास, स्वामी हरिहरानंद, महंत रविदेव शास्त्री, महंत दिनेश दास, महंत विवेकानंद, महंत कृष्णानंद, महंत उमानंद, महंत नित्यानंद, महंत रामानंद आदि संतजनों ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ब्रह्मलीन स्वामी दर्शानानंद माता को नमन किया।