लखनऊ ।आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने 26 जनवरी को लाल किले पर हुई घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मामले में केंद्र सरकार की भूमिका पर सवाल खड़े किए। प्रदेश कार्यालय पर पत्रकार वार्ता के दौरान कहा, आम आदमी पार्टी किसी भी आंदोलन में किसी तरह की हिंसा का कोई समर्थन नहीं करती, पर दो महीने से जारी एक शांतिपूर्ण आंदोलन इस स्थिति में कैसे पहुंचा, इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।
यह घटना आंदोलन को बदनाम करने की साजिश है।संजय सिंह ने कहा कि देश के अन्नदाताओं और किसान संगठनों ने दिल्ली के अंदर प्रशासन के साथ कई दौर की वार्ता करके 26 जनवरी के दिन ट्रैक्टर रैली का रूट तय किया और उसके बाद जो दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई उसको भी हम लोगों ने देखा। आंदोलन में पहली बार हिंसा देखने को मिली। लाल किले पर कुछ लोग पहुंच गए और वहां मारपीट का दृश्य देखने को मिला। आम आदमी पार्टी किसी भी प्रकार का आंदोलन में हिंसा का समर्थन नहीं करती । बड़े पैमाने पर किसान भी इसका शिकार हुए। कहा जो लोग लाल किले तक पहुंचे उनकी तस्वीरें देश के प्रधानमंत्री के साथ हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि ये लोग आंदोलन में हैं तो उनको कहां से संरक्षण प्राप्त है, इसकी जांच होनी चाहिए।
किसान संगठनों ने भी लाल किले की कार्रवाई को गलत बताया है। कहा कि हम इस प्रकार के किसी भी घटना का समर्थन नहीं करते। ऐसे में इस हिंसा के पीछे कोई बड़ी साजिश हो सकती है। अमित चौहान ने यूपी में विकास का दिल्ली मॉडल लाने के लिए आम आदमी पार्टी ज्वाइन करने की बात कही।