मौसम के मिजाज ने बिगाडा किसानों का मूड:
मथुरा। मौसम के मिजाज में हुए यकायक परिवर्तन से किसानों की परेशानी बढ गई है। शाम को आसमान में काले घने बादलों ने सूरज को अपने आगोश में ले लिया और अंधेरा छा गया। वाहन चलकों ने सडक पर दिन में भी अपनी लाइटें जला दीं। वृंदावन कुंभ क्षेत्र में फिर अहचल मच गई। ब्राह्मण सेवा संघ का के शिविर का मुख्य द्वारा तेज आंधी में धराशायी हो गया। कई शिविरों के टैंट उड़ गए। तेज हवा के साथ बारिश और कुछ समय के लिए ओले भी पड़े। कुछ समय के लिए अंधेरा हो गया। बेमौसम बारिश, आंधी और ओले को लेकर सभी हैरान हो गए।
सुबह से ही तेज हवाएं चल रहीं थीं शाम होने तक यह हवाएं अंधड में बदल गईं और तेज हवाओं के साथ हुई बरसात ने गैहूं की फसल को बडा नुकसान पहुंचाया है। कुछ किसानों की सरसों की फसल खेतों में खडी है या कटी पडी है। वहीं जिन किसानों का आलू अभी नहीं खुदा है उनके लिए भी इस बेमौसम बरसात ने परेशानी खडी कर दी है। सबसे ज्यादा नुकसान गैहूं की फसल में हुआ है। जो फसल गिर गई है उसमें उत्पादन काफी हद तक प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है।
मौसम का मिजाज बिगडते देख मंडी में अपनी उपज लेकर पहुंचे किसानों में हडबडी थी। सुबह से ही मौसम का मिजाज बिगड रहा था। शाम तक बादल छा गये और आंधी के साथ बरसात होने लगी। वहीं कारोबारी भी परेशान नजर आये। किसान मंडी में सरसों लेकर पहुंच रहे हैं। सरसों के भीगने पर कारोबारियों को नुकसान उठाना पडेगा। मंडी प्रशासन ने कुछ महीने पहले आढत की दुकानों के आगे डाले गये टीन शैड को अतिक्रमण बताते हुए तुडवा दिया गया था। इससे भी फसल के भीगने की संभावना ज्यादा बनी रहती है।