देहरादून, आजखबर। पर्यावरण के विनाश पर आतुर उत्तराखंड के राजनैतिक नेतृत्व के बयान की भर्त्सना करते हुए, मैड संस्था द्वारा यह स्पष्ट किया गया कि वह हाथियों के संरक्षण पर सरकार के प्रस्तावित विध्वंस को सफल नहीं होने देंगे। इसकी लड़ाई सड़क से लेकर जंगल तक एवं कानूनी रूप से लड़ी जायेगी।
मैड ने कहा कि वन विभाग, जैव विविधता बोर्ड, एवं केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय में मैड द्वारा उत्तराखंड सरकार के पर्यावरण विरोधी नीतियों से सम्बंधित गुहार लगाई जायेगी। मैड ने कहा कि संभवतः स्वेछचरिता में मदमस्त उत्तराखंड के उच्च नौकरशाहों एवं राजनीति के शिखर पर पहुंचे लोगों को यही ज्ञात नहीं है कि पर्यावरण संरक्षण एवं प्राकर्तिक सुन्दरता, जिसमे जैव विविधता का बहुत बड़ा हाथ है, उसी से उत्तराखंड को देश में एवं विदेश में एक अलग स्थान हासिल है। एक ओर जहाँ पूरा विश्व पर्यावरण संरक्षण और जैव विविधता संतुलन की बात कोरोना माहमारी के परिपेक्ष में कर रहा है वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड सरकार विनाशकालय विपरित बुद्धि के अपने मार्ग को छोडने के लिए तैयार नहीं है। प्रदेश के युवा ऐसी दुर्दमनीय नीतियों का विरोध करेंगे।