लखनऊ। अल्कोहल मदिरा का उद्योग राज्य के लिए सबसे पुराना उद्योग है और विशाल आय का स्रोत भी है। सभी राज्य सरकारें मदिरा व्यवसाय के माध्यम से अधिक से अधिक राजस्व अर्जित करना चाहती है। यह कहना है आबकारी कैबिनेट मंत्री राम नरेश अग्निहोत्री का। केबिनेट मंत्री शुक्रवार को पीएचडी चौम्बर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री की ओर से खाद्य और पेय पदार्थ (एफ एंडबी) उद्योग की संरचना पर आधारित वेबिनार को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मादक पेय पदार्थो के उत्पादन, पैकेजिंग, मार्केटिंग, कराधान प्रणाली आदि पर कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार अल्कोहलध्मदिरा उद्योग में सुधार के लिए प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि बारकोड तकनीक का उपयोग करके उत्पादन से लेकर खुदरा बिक्री तक मदिरा की हर बोतल को ट्रैक करने के लिए ट्रैक एंड ट्रेस सिस्टम लागू किया गया है।
इससे वास्तविक बिक्री का विश्लेषण करने और प्रवर्तन अधिकारियों को तस्करी की मदिरा और नकली शराब की बिक्री पर अंकुश लगाने में मदद मिली है।
इस प्रकार उद्योगों को ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के अन्तर्गत सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों, तकनीकी विकास और निरन्तर इनोवेशन एवं सही रणनीति से वांछित उत्पादन व व्यापार लक्ष्य प्राप्त करना आसान होगा।
आबकारी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डड्ढी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में अल्कोहलध्मदिरा निर्माण और व्यापार की पूरी क्षमता को विकसित करने के लिए पहल की है और कई बदलाव और नयी प्रौद्योगिकी के प्रयोग भी किए हैं।