नई दिल्ली । ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने नई दिल्ली स्थित बायोटेक्नोलॉजी कंपनी पैनेशिया बायोटेक को भारत में रूस की वैक्सीन Sputnik-V तैयार करने की मंजूरी दे दी है। कंपनी ने कहा कि हम इस Sputnik-V वैक्सीन को लोकली बनानी वाली पहली फर्म होंगे।
गौरतलब है कि पैनेसिया बायोटेक उन छह कंपनियों में से एक है, जिन्होंने रूस के प्रत्यक्ष निवेश कोष , रूस के संप्रभु धन कोष के साथ साझेदारी की है, जो कि विश्व स्तर पर वैक्सीन का विपणन कर रहा है। बायोटेक्नोलॉजी कंपनी पैनेशिया बायोटेक ने एक बयान में कहा कि पैनेशिया बायोटेक रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष के सहयोग से कोरोना महामारी के खिलाफ स्पुतनिक-वी वैक्सीन के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से मैन्युफैक्चरिंग लाइसेंस लेने की प्रकिया में है। भारत में पैनेशिया बायोटेक की तरफ से बनाई गई स्पुतनिक-वी का इस्तेमाल करने के लिए लाइसेंस एक जरूरी शर्त है।
देश में स्पूतनिक-वी वैक्सीन बनाएगी पैनेशिया बायोटेक कंपनी, डीसीजीआई ने दी मंजूरी
कोरोना महामारी के खिलाफ दो डोज वाली ये वैक्सीन 91.6 फीसदी कारगर है। पैनेशिया बायोटेक की तरफ से तैयार स्पुतनिक-वी वैक्सीन की पहली खेप को रूस में गामालेया केंद्र भेजा गया था, जहां उसका चलिटी कंट्रोल चेक हुआ। वहीं कंपनी ने कहा कि बद्दी में तैयार की गई पहली खेप ने रूस के गामालेया केंद्र और भारत में सेंट्रल ड्रग लेबोरेटरी, कसौली में चलिटी कंट्रोल के सभी जांचों को सफलतापर्वक पास कर लिया है।
भले ही कंपनी ने वैक्सीन कब उपलब्ध होगी, इस बारे में आगे के सवालों का जवाब नहीं दिया। वहीं इस मामले से परिचित लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि आरडीआईएफ के साथ अपनी शर्तों के तहत पैनशिया हर साल 100 मिलियन खुराक का उत्पादन करने की संभावना है।