गंगा सीवरेज ट्रीटमेंट कार्य में देरी पर डीएम नाराज
ऋषिकेश। ऋषिकेश नगर निगम के सर्वहारानगर में गंगा स्वच्छता से जुड़े सीवरेज ट्रीटमेंट लाइन बिछाने में हो रही देरी पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जतायी है। मामले में कार्यदायी संस्था पेयजल संस्थान के महाप्रबंधक से जवाब तलब किया जाएगा। सोमवार को गंगा सुरक्षा समिति की वर्चुअल बैठक में जिलाधिकारी देहरादून डा. आशीष श्रीवास्तव ने नमामि गंगे योजना के तहत जिले में चल रहे कार्यों की समीक्षा की और विभिन्न कार्यों की प्रगति की रिपोर्ट ली।
समिति के नामित सदस्य विनोद जुगलान ने पिछली बैठक में उठाये गए मुद्दों का स्वत: संज्ञान लेते हुए सभी समस्याओं के शीघ्र निराकरण के भी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। इनमें नगर निगम ऋषिकेश में कांजी हाउस निर्माण, खदरी, गौहरीमाफी में सौंग नदी के किनारे बाढ़ सुरक्षा के स्थायी इंतजाम आदि मामले रहे। अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग ने बताया कि कुछ स्थानों पर कार्य प्रारंभ करने से पहले वन विभाग से अनापत्ति मांगी गई है।
अनुमति मिलते ही बाढ़ सुरक्षा कार्य शुरू कर दिया जाएगा। संजय झील के रखरखाव, 26 एमएडी एसटीपी के पास मत्स्य पालन प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की मांग उठाई। जिला पर्यटन अधिकारी से बिंदुवार कार्य योजना को अगली बैठक में देने को कहा गया है। सहायक नगर आयुक्त नगर निगम ऋषिकेश विनोद लाल ने बताया कि पिछले माह हाट बाजार में पॉलीथिन प्रयोग करने वालों का चालान कर छह हजार एक सौ रुपये जुर्माना वसूला गया है।
मौके पर मुख्य विकास अधिकारी निकिता खंडेलवाल, प्रभागीय वनाधिकारी राजीव धीमान, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन बहुगुणा, उपजिलाधिकारी मसूरी वरुण चौधरी,उपजिलाधिकारी ऋषिकेश मनीष कुमार,नगर आयुक्त देहरादून, गंगा अनुरक्षण एवं निर्माण इकाई प्रबंधक एके चतुर्वेदी, एसडीओ जल संस्थान हरीश बंसल आदि ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रतिभाग किया।