नईदिल्ली । राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी नाडा के महानिदेशक नवीन अग्रवाल ने फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया द्वारा एंटी डोपिंग विषय पर आयोजित राष्ट्रीय वेबिनार के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में खेलों में डोप लेने की समस्या को दूर करने में शारीरिक शिक्षक और कोच अहम भूमिका अदा कर सकता है।
अग्रवाल ने कहा कि यदि शुरूआती स्तर पर ही स्कूल लेवल से डोप से होने वाले नुकसान और इसके परिणामों की जानकारी खिलाड़ी को दी जाए तो खिलाड़ी सतर्क रहेगा और काफी हद तक डोप से दूर रहेगा। उन्होंने कहा कि नाडा खिलाडिय़ों को जागरूक करने के लिए समय समय पर शिक्षा जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित करता है। देश में लॉकडाउन के कारण जबकि खेल गतिविधियाँ बंद है, नाडा ऐसे कार्यक्रमों से खिलाडिय़ों और प्रशिक्षकों को जागरूक करने के लिए मुहीम चला रहा है।
इससे पहले फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया (पेफी) के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार उप्पल ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए पेफी के कार्यक्रमों की जानकारी दी। वेबिनार में कर्नाटक से एंटी डोपिंग एक्सपर्ट डॉ. किरण कुलकर्णी ने खिलाडिय़ों और प्रशिक्षकों को जागरूक करते हुए नाडा और वाडा की कार्यप्रणाली को समझाया और बताया कि कैसे एक खिलाड़ी खुद को डोपिंग से बचा सकता है। नाडा एंटी डोपिंग अनुशासन समिति की उपाध्यक्ष चारु प्रज्ञा ने एंटी डोपिंग नियम के बारे में विस्तार से चर्चा की और खिलाडिय़ों तथा प्रशिक्षकों के लिए एंटी डोपिंग नियम को समझाया।
मध्यप्रदेश खेल विभाग में पोषण सलाहकार आराधना शर्मा ने खिलाडिय़ों के लिए जरूरी सप्लीमेंट के ऊपर विस्तृत रूप में चर्चा की। उन्होंने बताया कि अनजाने में ही कई बार खिलाड़ी सप्लीमेंट के रूप में डोप लेता है और पकड़ा जाता है। ऐसे समय में जरूरी है कि खिलाड़ी किसी भी प्रकार के सप्लीमेंट को लेते समय अच्छी तरह से जांच परख लें।
कार्यक्रम के आयोजन सचिव डॉ. चेतन कुमार ने बताया कि पेफी के द्वारा समय समय पर खिलाडिय़ों, शारीरिक शिक्षकों और खेल प्रशिक्षकों के लिए एंटी डोपिंग जागरूकता कार्यक्रम चलाये जाते रहे है, इसी कड़ी में जब कि ज्यादातर खिलाड़ी और खेल प्रशिक्षक इस समय घर पर है, इस वेबिनार का आयोजन किया गया जिससे वे मानसिक रूप से मजबूत बने और इस कठिन समय में अपने ज्ञान में वृद्धि कर सकें। इस अवसर पर नरेश तोमर, अमित कुमार, डॉ. शरद कुमार शर्मा, तरुण शर्मा, मनोज कुमार सहित बड़ी संख्या में खिलाड़ी मौजूद थे। इस ऑनलाइन कार्यक्रम में पूरे देश से 4500 से अधिक खिलाडिय़ों, प्रशिक्षकों और शारीरिक शिक्षकों ने भाग लिया।