खुद मास्क बना कर रहीं गरीबों की मदद
नईदिल्ली। कोरोना वायरस संकट के इस दौर में हर कोई इस महामारी से खुद को और दूसरों को बचाने में लगा है। सरकार से लेकर आम नागरिक तक अपने-अपने स्तर से कोरोना के खिलाफ जंग में डटा है और योगदान दे रहा है। इस बीच देश की प्रथम महिला सविता कोविंद ने भी मास्क बनाकर कोरोना से जंग में डटे रहने का संदेश दिया है। वह गरीबों के लिए मास्क सिल रही हैं।
इसका नजारा बुधवार को उस समय देखने को मिला जब उन्होंने राष्ट्रपति भवन के शक्ति हाट में सिलाई मशीन पर बैठकर खुद मास्क सिले। कोरोना के खिलाफ उनकी इस सादगी भरे प्रयास को देख हर कोई दंग रह गया। शक्ति हाट में शामिल लोग उनके इस पहल से काफी प्रभावित हुए।
देश की पहली महिला सविता कोविंद खुद कपड़े का बना लाल रंग का मास्क लगाए शक्ति हाट में मास्क सिलती नजर आईं। यह मास्क दिल्ली के अलग-अलग शेल्टर होम भिजवाए जाएंगे। सविता कोविंद की इस पहल के जरिए संदेश दिया है कि हर कोई कोरोना वायरस से लड़ सकता है। इस मुहिम में हर कोई अपना योगदान दे सकता है।
शक्ति हाट में हेल्थ एक्सपर्ट्स ने बताया कि कोरोना वायरस से बचने के लिए लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। साथ ही वह भीड़भाड़ वाली जगहों में जाने पर मास्क जरूर लगाएं। इस समय कोरोना से बचाव के लिए बाजार में तीन लेयर वाले सर्जिकल मास्क, एन-95 मास्क व कपड़े के बने मास्क मिल रहे हैं।
बता दें कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में कहा था कि लोग कपड़े से बने मास्क का इस्तेमाल करें। पीएम मोदी ने खुद कई बार मुंह को गमछे से ढक सामने आ चुके हैं। पीएम मोदी ने कुछ दिनों पहले अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष से फोन पर बात की थी। इस दौरान पीएम ने उनसे कहा था कि वह ज्यादा से ज्यादा लोगों को मास्क के बदले गमछे का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करें।
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