उत्तरकाशी,। यमुनोत्री हाईवे पर सड़क चौड़ीकरण कार्य की आड़ में एनजीटी के नियमों को ताक पर रखा जा रहा है। यहां खनेड़ापुल के निकट सड़क चौड़ीकरण कार्य का मलबा व बोल्डर को मशीनें लगाकर नदी में डंप किया जा रहा है, जिससे यमुना नदी का प्रवाह बाधित होने का खतरा भी बढ़ता जा रहा है।
चारधाम सड़क परियोजना में यमुनोत्री हाईवे पर पोलगांव से पालीगाड़ तक सड़क चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। कार्यदायी एजेंसी की ओर से नियमों को दरकिनार कर खनेड़ापुल के निकट निर्माण कार्य का मलबा और बोल्डर यमुना नदी में उड़ेला जा रहा है। नरेंद्र मोदी सेना के प्रदेश अध्यक्ष संदीप राणा, सचिव जगमोहन चौहान ने कहा कि इस तरह मलबा व बोल्डर नदी में डालने से नदी का प्रवाह बाधित होने का खतरा बना है। साथ ही यह खनेडा गांव की तलहटी में कटाव होने से गांव को खतरा बना हुआ है। इधर, एनएच के ईई राजेश पंत ने बताया कि निर्माण कार्य एजेंसी को नियमों में रहकर काम करने के साथ ही यमुना नदी में पड़े मलबे और बोल्डर को हटाने के लिए कहा गया है।
बीते अप्रैल माह में भी खनेड़ा पुल के निकट चौड़ीकरण कार्य का मलबा नदी में उड़ेलने का मामला सामने आया था। बाद में निर्माण कार्य में जुटी एजेंसी को नियमों में रहकर कार्य करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन करीब डेढ़ महीने में ही यह निर्देश हवाई हो गए। निर्माण कार्य में लगी एजेंसी खुलेआम नियमों को ताक पर रखकर मलबे को डंप कर रही है। वहीं हाईवे से रात-दिन अधिकारियों की आवाजाही के बावजूद इस पर कार्रवाई नहीं होने से अधिकारियों पर भी सवाल उठ रहे हैं।