स्टारकिड की एंट्री भले आसान हो, दोगुनी मेहनत करनी होती है: टाइगर श्रॉफ

स्टारकिड की एंट्री भले आसान हो, दोगुनी मेहनत करनी होती है: टाइगर श्रॉफ

स्टारकिड की एंट्री भले आसान हो, दोगुनी मेहनत करनी होती है: टाइगर श्रॉफ

बॉलिवुड ऐक्टर सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या ने एक बार फिर फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिजम की बहस को तेज कर दिया है।

सुशांत के फैन्स ने अभी तक कई बड़े सितारों को इसी बात पर सोशल मीडिया पर टारगेट किया है।

इस बीच जैकी श्रॉफ के बेटे टाइगर श्रॉफ ने भी इस बारे में अपने विचार रखे हैं।

टाइगर श्रॉफ ने कहा है कि आउटसाइडर के मुकाबले फिल्म इंडस्ट्री से ताल्लुक रखने के कारण एंट्री करना तो बहुत आसान होता है लेकिन खुद को साबित करने का प्रेशर बहुत ज्यादा होता है।

मीडिया से बात करते हुए टाइगर ने कहा, अपने पिता का बेटा होने के कारण मेरे ऊपर ज्यादा प्रेशर है।

लोगों को लगता है कि हमारे लिए बहुत आसान होता है।

मैं झूठ नहीं बोलूंगा, एक तरह से लोगों का ध्यान खींचना आसान होता है लेकिन हमें खुद को साबित करने के लिए दोगुनी मेहनत करनी पड़ती है।

मैं अपने पिता की छाया और इमेज से बाहर खुद को निकाल पाया हूं।

टाइगर ने आगे कहा, मेरे पिता पिछले 30 साल से फिल्म इंडस्ट्री में हैं और उन्होंने सफलता-असफलता सब कुछ देखा है।

उन्होंने बचपन से मुझे बहुत प्रटेक्ट किया है। अब मैं खुद अपने पैरों पर खड़ा हूं इसलिए मुझे टारगेट किया जाना बहुत आसान है।

बता दें कि केवल टाइगर श्रॉफ ही नहीं बल्कि करण जौहर, आलिया भट्ट, सोनम कपूर, सलमान खान, सूरज पंचोली जैसे स्टार किड्स को सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया जा रहा है।

नेपोटिजम पर बॉलिवुड से मिल-जुले रिस्पॉन्स आ रहे हैं।

मनोज वाजपेयी और कंगना रनौत जैसे बड़े कलाकार इस बात को खुलकर बोले हैं कि फिल्म इंडस्ट्री में आउटसाइडर्स के टैलेंट के साथ न्याय नहीं किया जाता है और उन्हें इग्नोर किया जाता है।

वहीं विवेक ओबेरॉय जो खुद सुरेश ओबेरॉय जैसे बड़े कलाकार के बेटे हैं,

उन्होंने कहा कि यह बुरा लगता है कि जब आपकी मेहनत को इतनी आसानी से खारिज कर दिया जाता है क्योंकि आप पहले से ही किसी ऐक्टर के बेटे हैं।

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