हरिद्वार। बाबा हठयोगी दिगंबर ने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास श्रीराम के परम भक्त थे और श्रीराम की मर्यादा, वीरता एवं सामान्य जन के प्रति उनके प्रेम से अत्यंत प्रभावित थे। भगवान राम द्वारा साधारण मानव के रूप में किए गए सत्कर्म की कथा को सामान्य लोगों तक पहुंचाने के लिए ही तुलसीदास ने श्री रामचरितमानस की रचना की। जो वर्तमान तक समाज का मार्गदर्शन कर समाज में फैली कुरीतियों को मिटाने में सहायक है। यह बातें उन्होंने शोभायात्रा के दौरान कहीं।