शैल कला एवं ग्रामीण विकास समिति ने चार विभूतियों को शैल पुत्र सम्मान से किया सम्मानित

शैल कला एवं ग्रामीण विकास समिति ने चार विभूतियों को शैल पुत्र सम्मान से किया सम्मानित

शैल कला एवं ग्रामीण विकास समिति ने चार विभूतियों को शैल पुत्र सम्मान से किया सम्मानित

देहरादून। शैल कला एवं ग्रामीण विकास समिति (पंजी.1988) के तत्वावधान में पर्यावरण संरक्षण की जननी एवं चिपको आंदोलन की प्रेरणास्रोत गौरा देवी जी के 96 वें जन्मोत्सव पर एक कार्यक्रम का आयोजन विरासत फॉर्म्स में किया गया, जिसमें चार विभूतियों को शैल पुत्र सम्मान से सम्मानित किया गया,10 विभूतियों को करोना योद्धा सम्मान से सम्मानित किया साथ ही अखिल भारतीय गायन, वादन एवं नृत्य प्रतियोगिता श्रुद्राक्षश् कार्यक्रम एवं अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर पोस्टर प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल एवं प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया,
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि रायपुर विधान सभा के विधायक उमेश शर्मा काऊ, संस्था की संरक्षिका एडवोकेट सावित्री काला सवि,  संस्थापक अध्यक्ष- स्वामी एस. चंद्रा, भाजपा नेत्री विनोद उनियाल, अजबपुर खुर्द के पूर्व प्रधान धर्मेंद्र सिंह चंदेल द्वारा दीप प्रज्वलित कर एवं गौरा देवी जी के चित्र पर पुष्पअर्पित करते हुए किया गया, संस्था की संरक्षिका सावित्री काला द्वारा अतिथियों का तुलसी के पौधे भेंट कर स्वागत किया, स्वामी एस. चंद्रा द्वारा सभी का स्वागत सत्कार किया गया, इस अवसर पर सम्मान समारोह एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए,
संस्कृति विभाग के सहयोग से सर्वप्रथम लोक गायक सौरभ मैठाणी एवं साथी कलाकारों ने गढ़ वंदना की, बालिका अगन्या भंडारी ने गणेश वंदना पर सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया तत्पश्चात कत्थक नृत्यांगना स्वीटी गुसाईं द्वारा कत्थक की विभिन्न मुद्राओं के साथ प्रस्तुति दी, सम्मानित विभूतियों में सर्वश्री पूर्ण चंद भट्ट  (वयोवृद्ध 99 वर्षीय तबला वादक), धीरज भंडारी (समाजसेवी), डॉ. लालता प्रसाद (से.नि. निदेशक, राज्य महाअभिलेखागार, उत्तराखंड), गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा (आढ़त  बाजार देहरादून), को शैलपुत्र सम्मान से सम्मानित किया गया, सम्मानित विभूतियों को तुलसी का पौधा, अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह, गौरा देवी के चित्र सप्रेम भेंट किये गये, तत्पश्चात कोरोना महामारी में समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले विभिन्न संगठनों के स्वयं सेवकों सर्वश्री रविंद्र मोहन काला (सचिव, भारत स्काउड एवं गाइड, उत्तराखण्ड),  डॉ. मुशीर अंजुम, अशरफ खान, सरदार बलविंदर सिंह, नितिन कुमार, आयुष चंदेल (सभी रेडक्रास),  को कोरोना योद्धा सम्मान से सम्मानित किया गया, तथा रुद्राक्ष कार्यक्रम के निर्णायक मंडल मैं मुख्य भूमिका निभाने वाले डॉ. संतोष आशीष (उत्तराखंड प्रभारी गीत नाट्य प्रभाग एवं आर.बी.ओ, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार),  सुरेंद्र कोहली (संगीतकार), उषा कोटनाला (दूरदर्शन एवं आकाशवाणी कलाकार), को अंगवस्त्र, सम्मान पत्र, गौरादेवी चित्र भेंटकर सम्मानित किया गया, सम्मानित होने वाले  विभूतियों ने संस्था के द्वारा दिये गये सम्मान के लिये  आभार व्यक्त किया, 99 वर्षीय वयोवृद्ध तबला  वादक पूरन चन्द भट्ट ने तबले पर दीपचन्दी, दादरा,  तीन ताल की प्रस्तुति दी ज़िसे सुनकर दर्शक गण  तालियां बजाने को मजबूर हो गये।

Exit mobile version