नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना से निपटने के लिए 31 मई को खत्म हो रहे लॉकडाउन के चौथे चरण की बाद की रणनीति पर गृह मंत्री अमित शाह के साथ चर्चा की।
बैठक के दौरान गृह मंत्री ने पीएम को राज्यों की सलाह और विचार से अवगत कराया। गौरतलब है कि शाह ने सभी राज्यों के सीएम तो कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों, जिला पदाधिकारियों और कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित 11 राज्यों के म्युनिसिपल कमिश्नर से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बात की थी।
सूत्रों के मुताबिक शाह ने पीएम को लॉकडाउन के पांचवें चरण के पर राज्यों की राय से अवगत कराया।
ज्यादातर राज्य एकाएक लॉकडाउन खत्म करने के पक्ष में नहीं हैं।
हालांकि सभी राज्य आर्थिक गतिविधियोंं को तेज करने पर भी सहमत हैं।
गौरतलब है कि अब तक चार बार किए गए लॉकडाउन से पूर्व प्रधानमंत्री ने खुद राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बात की थी।
इन मौकों पर शाह उनके साथ मौजूद रहे थे। इस बार पीएम में राज्यों से विमर्श करने की जिम्मेदारी शाह को दी थी।
कोरेाना प्रभावित 11 शहरों पर हुई चर्चा
बैठक में कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित 11 शहरों में इस वायरस से निपटने की तैयारियों पर भी चर्चा हुई।
इस दौरान संबंधित शहरों से जुड़े राज्य के मुख्य सचिवों, मुख्यमंत्रियों, डीएम और म्युनिसिपल कमिश्नर के सुझाव पर भी बातचीत हुई।
गौरतलब है कि मुंबई, चेन्नई, दिल्ली, अहमदाबाद, ठाणे, पुणे, हैदराबाद, कोलकाता, हावड़ा, इंदौर, जयपुर, जोधपुर,चेंगलपट्टू और तिरुवेल्लूर में देश भर के कुल कोरोना संक्रमितों के 70 फीसदी मरीज हैं।
ऐसा हो सकता है लॉकडाउन पांच
दरअसल केंद्र सरकार 31 मई को खत्म हो रहे लॉकडाउन के चौथे रण के बाद कोरोना से बहुत अधिक प्रभावित 13 शहरों और रेड जोन
को छोड़ कर अन्य इलाकों में हर तरह की गतिविधियां शुरू करना चाहती है।
सरकार की रणनीति इन 13 शहरों में कोरोना के चेन को तोडऩे के लिए बड़ी रणनीति बनाने की है।
इसके अलावा अन्य इलाकों में धार्मिक गतिविधि, यातायात और व्यापार से संबंधी छूट देने की है।
राज्योंं के साथ बैठक में गृह मंत्री और कैबिनेट सचिव ने इस स्थिति पर भी सभी राज्यों की राय ली।
ऐसे में माना जा रहा है लॉकडाउन का पांचवां चरण मुख्य रूप से इन्हीं 13 शहरों तक सीमित रह सकता है।