कहा, हर गरीब तक रूपये पहुंचाएगा प्रशासन, चाहे वह जहां भी हो, तलाश करना प्रशासन की जिम्मेदारी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक मार्च के बाद यूपी में बाहर से आए हर नागरिक की निगरानी और हेल्थ जांच करने के खास निर्देश दिये हैं। कहा है कि जऱा भी शक हो तो क्वरंटाइन करें। बाहर से आए लोगों का 14 दिनों का हेल्थ प्रोटोकॉल पालन कराने के निर्देश भी दिये हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले तीन दिनों में दूसरे प्रदेशों से लगभग पचास हजार आए हैं। उनका त्वरित गति से चेकअप कराकर आइसोलेट किया जाय। इसमें कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। आइसोलेशन कराने की पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की है। हर हाल में इस परिस्थिति से युद्ध स्तर पर निपटना है। रविवार को उच्चाधिकारियों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोराना के चलते जो उद्यम, संस्थान बंद रहे, उन संस्थानों को हर कर्मचारी को वेतन देना होगा। अधिकारी संस्थानों से वेतन दिलवाएं। यदि किसी संस्थान किसी तरह की हीला-हवाली करते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कदम उठाये। किसी भी हालत में कर्मचारियों को परेशानी नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर गरीब, दिहाड़ी मज़दूर को सरकार एक हज़ार रूपए देगी। वह भले ही प्रदेश के किसी भी कोने में हो। उनकी तलाश की जाय। किसी भी मजदूर को परेशानी नहीं होनी चाहिए। प्रशासन लाचार, गरीब लोगों को ढुंढकर उन्हें पैसा पहुंचाए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मकान मालिकों से अपील की कि वे अल्प वेतन भोगी, श्रमिकों या गरीब लोगों से किराया न लें। यह मानव धर्म निभाने का समय है। ऐसे समय में सभी सक्षम लोगों को आगे आना चाहिए। हम सभी को मिल-जुलकर इस महामारी का सामना करना है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि किसी भी बिल बकाये की स्थिति में लोगों की बिजली या पानी की आपूर्ति नहीं काटी जाएगी। यह आपूर्ति बनाए रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि यूपी में जो भी आ गए हैं, या पहले से रह रहे हैं। उनकी पूरी जि़म्मेदारी हमारी, उन्हें भोजन, शुद्ध पानी, दवा देंगे। उनके चलते बाक़ी लोगों के स्वास्थ्य का कोई ख़तरा भी नहीं पैदा होने देंगे। वे अपने राज्य में नहीं जाना चाहते तो भी कोई बात नहीं, सबकी हिफ़ाज़त मेरी जि़म्मेदारी है। किसी को यहां घबराने की जरूरत है। उसकी सभी आवश्यक आवश्यकताओं की पूर्ति की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा है कि हर जि़ले में डीएम सामानों की लिस्ट की क़ीमत लगाएं, उसका पालन कराएं, जो जमाख़ोरी की गड़बड़ करें, उनके ख़िलाफ़ एफआईआर समेत कड़ी कार्रवाई करें।