देहरादून। उच्च शिक्षा विभाग, उत्तराखंड, राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (NAAC), और DIT विश्वविद्यालय द्वारा एक संयुक्त पहल के आधार पर एक चिंतन शिविर और NAAC प्रत्यायन कार्यशाला की स्थापना की गई थी। बुधवार को दो दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया। उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों में डॉ. धन सिंह रावत, शिक्षा मंत्री, अनुज अग्रवाल, अध्यक्ष, डीआईटी विश्वविद्यालय, प्रो. एस.सी. शर्मा, निदेशक नैक, डॉ. बी.एस. पोनमुदीराज, सलाहकार नैक, एन. रविशंकर, कुलाधिपति, डीआईटी विश्वविद्यालय, डॉ. जगदीश प्रसाद, निदेशक, उच्च शिक्षा विभाग, उत्तराखंड उच्च, श्री शालेश बगौली, आईएएस, सचिव उच्च शिक्षा, प्रो. श्रीकांत स्वामी, डॉ. विष्णु महेश , सहायक-सलाहकार, नैक, डॉ. नीलेश पाण्डेय, सहायक-सलाहकार, नैक यह आयोजन अत्यधिक महत्वपूर्ण और उल्लेखनीय था, क्योंकि इसने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उत्तराखंड राज्य को प्रतिष्ठित बनाने के सरकार के लक्ष्य का भी समर्थन किया। माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा भी यही बात कही गई, जिन्होंने अतिरिक्त रूप से प्रीमियर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की बात कही, जिससे बाद में रोजगार में सुधार होगा। उच्च शिक्षा विभाग उद्यमिता, रोजगार कौशल और प्रतिभा संवर्धन को बढ़ावा देने के लिए ईडीआईआई अहमदाबाद, एडुनेट और अमृता विश्व विद्यापीठम, कोयम्बटूर के साथ गठजोड़ करता है।
डीआईटी विश्वविद्यालय में आयोजित इस शिविर में शामिल अभ्यर्थियों के अलावा प्रदेश के अन्य सभी उच्च शिक्षा संस्थानों को भी ऑनलाइन माध्यम से जोड़ा गया। SDGs, G20, महाभियोग, वगैरह पर खुली चर्चा हुई। NAAC, EDII, EDUNET और अमृता विश्व विद्यापीठम, कोयम्बटूर जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों की सक्रिय भागीदारी देखी गई।