ब्रिस्बेन । ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट से अपना पदार्पण करने वाले भारतीय स्पिन आलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर ने कहा कि चौथे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन के पांचवें टेस्ट शतक के बाद मेजबान टीम का पलड़ा भारी था, लेकिन अंतिम सत्र में टी नटराजन ने अपने दो विकेटों के साथ भारत को खेल में वापस ला दिया। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज नटराजन ने भी इस टेस्ट से अपना पदार्पण किया है।
सुंदर ने कहा, अपना पहला टेस्ट खेल रहे नटराजन ने तीसरे सत्र में मैथ्यू वेड और लाबुशेन के महत्वपूर्ण विकेट चटकाए, जिससे दूसरे दिन सुबह भारतीय टीम की वापसी की उम्मीद बरकरार है। मुझे लगता है कि नटराजन ने बहुत अच्छी गेंदबाजी की। वह एक स्टार गेंदबाज हैं और उम्मीद है कि वह आगे भी ऐसे भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
सुंदर ने ऑस्ट्रेलिया के सबसे बेहतरीन सलामी बल्लेबाजी स्टीवन स्मिथ का विकेट लेने पर कहा, मैं सच में मैदान पर जाकर खुद को साबित करने के लिए उत्साहित था, लेकिन मैं भारत के लिए क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में अपना पहला मैच खेलते वक्त थोड़ा घबरा गया था। देश का प्रतिनिधित्व करने और टेस्ट खेलने का यह एक बड़ा अवसर है। मैं सिर्फ बहुत गेंदें डालना चाहता था और विकेट लेना चाहता था।