बच्चे भारतीय संस्कृति के सच्चे प्रतीकः सतपाल महाराज

बच्चे भारतीय संस्कृति के सच्चे प्रतीकः सतपाल महाराज

बच्चे भारतीय संस्कृति के सच्चे प्रतीकः सतपाल महाराज

हरिद्वारभारतीय सभ्यता और संस्कृति के उन्नयन के साथ ही समाज के एक वर्ग विशेष के बच्चों को मुख्यधारा का अंश बनाने हेतु कृत संकल्पित वात्सल्य वाटिका संस्था के द्वारा स्थापित एक क्रीड़ा स्थल लोकार्पण आज यहाँ प्रदेश के पर्यटन, सिंचाई, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज के कर कमलों द्वारा किया गया।बतौर मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने इस मौके पर अपने सम्बोधन में कहा कि बच्चे भारतीय संस्कृति के सच्चे प्रतीक हैं।

उन्होंने संस्थान को हर प्रकार के सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि परोपकार की भावना इस भक्ति का ही रूप है।इस मौके पर मुख्य प्रबंधक प्रदीप मिश्रा ने वाटिका की उपलब्धियों तथा अनेक महत्वपूर्ण पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।कार्यक्रम के दौरान वाटिका के बच्चों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने अतिथियों एवं श्रोताओं को आत्म विभोर कर दिया।

इस अवसर पर वाटिका के कोषाध्यक्ष एल आर गुप्ता की पुस्तक आपका स्वास्थ्यष्का भी काबीना मंत्री श्री महाराज द्वारा विमोचन किया गया।वाटिका के नेशनल चैंपियन फुटबॉल हिमांशु, बॉक्सिंग कार्तिक सैनी तथा राज्य स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मृणाल किशन को पुरस्कृत किया गया।सतपाल महाराज बॉक्सिंग कोच नवीन चैहान राजेश कुमार तथा फुटबॉल कोच दिलीप दास को नामित किया। कार्यक्रम में पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने वाटिका के लिए अपनी ओर से घ्100000 का अनुदान भी दिया।साथ ही उन्होंने बच्चों को लूडो, सांप सीढ़ी भी भेंट की।लोकार्पण कार्यक्रम में एस पी सिंह ने तीनों खेलों के महत्व तथा बच्चों के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर अपने विचार रखे।

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