केपटाउन । दक्षिण अफ्रीका में पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा को जेल में बंद किए जाने के बाद देश के कुछ हिस्सों में हुई हिंसा में कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई है। सोवेटो के एक शॉपिंग सेंटर में बीती रात लूटपाट के दौरान मची भगदड़ में 10 लोग मारे गए।
डरबन में एक इमारत से फेंके गए एक बच्चे को भी फिल्माया है, जिसमें भूतल की दुकानों में लूटपाट के बाद आग लग गई थी।
पिछले हफ्ते अशांति शुरू होने के बाद से अब पुलिस की मदद के लिए सेना को तैनात किया गया है।
दक्षिण अफ्रीकी पुलिस ने एक बयान में कहा कि उन्होंने दंगों को भड़काने के संदिग्ध 12 लोगों की पहचान की है और कुल 1,234 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने इसे दक्षिण अफ्रीका में 1990 के दशक के बाद से देखी गई सबसे खराब हिंसा कहा है।
मंत्रियों ने चेतावनी दी है कि अगर लूटपाट जारी रही, तो जोखिम वाले क्षेत्रों में जल्द ही बुनियादी खाद्य आपूर्ति समाप्त हो सकती है। हालांकि अधिकारियों ने आपातकाल की स्थिति घोषित करने से इंकार कर दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार, बीती दोपहर तक 200 से अधिक शॉपिंग मॉल लूट लिए गए थे।
सोवेटो में कई शॉपिंग सेंटर को पूरी तरह से तोड़-फोड़ की गई, एटीएम, रेस्तरां, शराब बेचने वाले स्टोर और कपड़ों की दुकानों को तोड़ दिया गया।
पुलिस के साथ काम कर रहे सैनिक कुछ दंगाइयों को पकडऩे में कामयाब रहे।
कुल मिलाकर लगभग 800 को गिरफ्तार किया गया है।
वीडियो फुटेज से पता चलता है कि डरबन में एक ब्लड बैंक लूट लिया गया था।