निकारागुआ में मूल निवासियों पर हमलावरों ने कुल्हाड़ी और बंदूकों से किया हमला

निकारागुआ में मूल निवासियों पर हमलावरों ने कुल्हाड़ी और बंदूकों से किया हमला

निकारागुआ में मूल निवासियों पर हमलावरों ने कुल्हाड़ी और बंदूकों से किया हमला

मनागुआ । निकारागुआ के कैरेबियाई तट पर ‘बोसावास नेचर रिजर्व में कुछ लोगों ने एक बार फिर मूल निवासियों पर हमला कर दिया. इस हमले में मिस्किटो और मायांगना समुदाय के कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई. संरक्षित क्षेत्र होने के बावजूद रिजर्व में अवैध खनन और पेड़ों की कटाई की जा रही है. कार्यकर्ताओं ने पहले भी यहां मूल निवासियों पर कई हमले होने की जानकारी दी है.

पर्यावरणविद् अमरू रुइज ने हमले के लिए इलाके में आकर बसे बाहरी लोगों को जिम्मेदार ठहराया है, जिन्होंने मूल निवासियों की जमीनों पर कब्जा किया है. रुइज ने कहा, यह नरसंहार था. स्थानीय लोगों ने मिस्किटो समुदाय के नौ और मायांगना के तीन लोगों के मारे जाने की जानकारी दी है. ‘द सेंटर फॉर लीगर असिसटेंस टू इंडिजिनियस पीपुल्स ने एक बयान में कहा कि मूल निवासियों पर कुल्हाडिय़ों और बंदूकों से हमला किया गया. उन्होंने उनके शव पेड़ से लटका दिए. निकारगुआ सरकार ने हालांकि इन लोगों के मारे जाने की पुष्टि नहीं की है.

एक स्थानीय निवासी ने एक रेडियो स्टेशन को बताया कि न तो सेना और न ही पुलिस ने समय रहते कोई कार्रवाई की. सेना को पूछने के बावजूद इसने इसपर अभी तक कोई टिपणी नहीं की. स्वदेशी कार्यकर्ताओं का कहना है कि राष्ट्रपति डेनियल ओर्टेगा की सरकार ने जंगल से घिरे तट पर रहने वालों की समस्याओं का समाधान करने के लिए पर्याप्त काम नहीं किया है. हालांकि ओर्टेगा के प्रशासन ने इस आरोप से इनकार किया. मानवाधिकार वकील मारिया लुइसा एकोस्टा ने कहा कि बोसावास इलाके में मूल निवासियों पर हुआ ये इस साल का चौथा हमला है.

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