नगर निगम क्षेत्र में करोड़ों रुपये के विकास कार्यों, सैन्य परिवारों को बड़ी राहत

नगर निगम की बोर्ड बैठक में हंगामे के बीच शहर में करोड़ों रुपये के विकास कार्यों को स्वीकृति के साथ सभी वार्डों पर धनवर्षा हुई। शहरी क्षेत्र में पड़ने वाले 68 वार्डों के लिए मार्च यानी वित्तीय वर्ष खत्म होने से पूर्व 10-10 लाख रुपये का बजट जारी होगा। वहीं, ग्रामीण क्षेत्र के 32 वार्डों में 15-15 लाख रुपये से विकास कार्य कराए जाएंगे। बोर्ड ने सैन्य परिवारों को बड़ी राहत देते हुए सैनिकों की विधवा मां व विधवा पत्नी को भवन कर से मुक्त करने का फैसला लिया।

देहरादून सैन्य बाहुल्य क्षेत्र है, लिहाजा इससे सैकड़ों सैन्य परिवारों को राहत मिलेगी। राहत उन्हीं महिलाओं पर लागू होगी, जिनके नाम भवन की रजिस्ट्री होगी। कुष्ठ रोगियों का भी भवन कर माफ करने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा शहर में 100 बेड वाले सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल, 10 वेडिंग प्वाइंट समेत स्मार्ट वेंडिंग जोन और 100 वार्डों में ओपन जिम के निर्माण को भी मंजूरी दी गई।

नगर निगम स्थित सभागार में सवा साल पहले निर्वाचित हुए बोर्ड की तीसरी बैठक हुई। महापौर सुनील उनियाल गामा की अध्यक्षता और नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय की मौजूदगी में हुई बैठक में 58 मुद्दों पर चर्चा हुई और निर्णय लिए गए। बैठक में मोहल्ला स्वच्छता समितियों में हुई हेराफेरी समेत निगम की जमीनों की बिक्री के मुद्दों पर खूब हंगामा हुआ। भाजपा एवं कांग्रेसी पार्षदों ने समितियों में हुई गड़बड़ी की जांच की मांग की। हंगामे को किसी तरह शांत करा महापौर ने सदन की कार्रवाई आगे बढ़ाई। शहीद सैनिकों के नाम पर प्रवेश द्वार बनाने का फैसला लिया गया। पिछले वर्ष फरवरी में शहीद हुए मेजर चित्रेश बिष्ट के नाम पर नेहरू कॉलोनी, जबकि शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल के नाम पर नेशविला रोड पर प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे। नेशविला रोड का नाम शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल मार्ग करने को भी मंजूरी दी गई। शहर में सैनिकों और पूर्व सैनिकों के आवास पहले ही भवन कर से मुक्त हैं। अब सैनिकों की विधवा मां व पत्नी को भी गृहकर से मुक्त कर दिया गया है।

ओपन जिम का शुल्क होगा कम

गांधी पार्क में बनाए गए ओपन जिम में कसरत के लिए नगर निगम की ओर से जो शुल्क दरें तय की गई थीं, महापौर ने उन्हें कम करने को कहा है। पार्षदों ने दरें ज्यादा बताते हुए ऐतराज जताया था। निगम ने तीन माह के लिए 600 रुपये, छह माह के लिए 1000 रुपये व सालाना 1800 रुपये शुल्क प्रस्तावित किया था। महापौर ने बताया कि शुल्क देने वालों को मासिक पास निगम से जारी होंगे। जिम के चारों ओर सुरक्षा जाल लगाया जाएगा और सुरक्षाकर्मी तैनात होंगे।

10 बारातघर बनेंगे

नगर निगम आम आदमी के लिए शहर में 10 बारातघर बनाएगा। इसमें डांडा लखौंड में पंचायती भवन, गुजराड़ा मानसिंहवाला में पंचायत भवन खुदानेवाला, हरभजवाला में मिलन केंद्र हरबंशवाला, बंजारावाला में पंचायती भवन, गुजराड़ा मानसिंहवाला में पंचायत भवन तरला नागल, आमवाला में बारातघर आमवाला तरला, हरभजवाला में बारातघर हरभजवाला, मालसी में मिलन केंद्र, ननूरखेड़ा में सामुदायिक बारातघर व मालसी में टीन शेड बारातघर भंडारगांव में बनाया जाएगा। इनमें एक कमरे का प्रतिदिन शुल्क 1500 रुपये, एक हॉल का 2500 रुपये और मैदान-टीन शेड का 5000 रुपये प्रस्तावित किया गया था। महापौर ने यह शुल्क कम करने के निर्देश दिए हैं।

आठ स्मार्ट वेंडिंग जोन

रिंग रोड की तर्ज पर निगम शहर में आठ नए स्मार्ट वेंडिंग जोन बनाएगा। इनमें नेहरू कॉलोनी स्थित एलआइसी मंडी, पटेलनगर लालपुल मंडी, सीमाद्वार मंडी, डीबीएस के पीछे करनपुर, इंदिरा कॉलोनी, गांधी पार्क एस्लेहॉल के बाहर सांयकालीन स्ट्रीट फूड जोन, इंदिरा कॉलोनी में नव विहार कॉलोनी में और चंद्रमणी घुत्तूवाला चौक पर स्मार्ट वेंडिंग जोन बनाए जाएंगे। हालांकि, नेहरू कॉलोनी के पार्षद ने वहां से मंडी हटाने की मांग रखी, जिसे महापौर ने नामंजूर कर दिया।

पहले चरण में यहां ओपन जिम

नगर निगम ने सभी 100 वार्डों में ओपन जिम बनाने का दावा किया है, लेकिन पहले चरण में 10 वार्डों में पीपीपी मोड पर जिम बनाने की स्वीकृति दी गई है। नेहरू कॉलोनी, इंदिरानगर, एकता पार्क, सालावाला, विजय पार्क, मन्नूगंज में झंडा मोहल्ला, धोरणखास, डांडा लखौंड में आंबेडकर पार्क, चंद्रबनी गौतम कुंड मंदिर के पास और हर्रावाला खेल मैदान में पहले चरण में जिम निर्माण होगा।

बेसमेंट पर नहीं मिली राहत

कांप्लेक्सों में बेसमेंट पर वसूले जा रहे भवन कर से व्यावसायियों को राहत मिलने की उम्मीद अदालती पेच में फंस गई है। बोर्ड बैठक से पहले होटल व्यापारियों ने पिछले दिनों महापौर से मुलाकात कर बेसमेंट पर भवन कर हटाने की मांग की थी। साथ ही भवन कर में 10 फीसद से ज्यादा वृद्धि न करने की मांग भी की है। महापौर ने बताया कि भवन कर का मामला अदालत में लंबित है, लिहाजा इस पर अभी कोई फैसला नहीं ले सकते।

इन सड़कों पर डेकोरेटिव लाइटें

बैठक के अहम फैसले

ये भी लिए गए फैसले

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