नई दिल्ली । टीम इंडिया के स्टार लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल कमाल के गेंदबाज हैं और उन्होंने अहम मौकों पर इसे साबित भी किया है।
चहल ने बताया कि साल 2017 में किस तरह पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की सलाह मानने से उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल को अपनी गेंदबाजी से परेशान किया था।
चहल ने अपने टीम साथियों कुलदीप यादव और मयंक अग्रवाल के साथ बीसीसीआई टीवी पर एक चैट शो में हिस्सा लिया।
इस दौरान चहल ने धोनी से जुड़ी एक घटना को याद किया जिससे उन्हें मैक्सवेल के खिलाफ बेहतर गेंदबाजी में मदद मिली।
ऑस्ट्रेलिया ने साल 2017 में पांच मैचों की वनडे और तीन मैचों की टी20 सीरीजके लिए भारत का दौरा किया था।
उस सीरीज को याद करते हुए चहल ने मयंक के सवाल पर बताया कि उन्होंने धोनी के साथ मैक्सवेल को स्टंप से बाहर गेंद फेंकने की योजना बनाई क्योंकि यह ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज शॉट मारना पसंद करता है।
उस सीरीज के तीसरे वनडे का जिक्र करते हुए चहल ने कहा, मैंने माही भाई की सलाह पर उन्हें स्टंप से बाहर गेंद फेंकने की योजना बनाई। मुझे लगा कि वह शॉट लगाएंगे और यही हुआ भी।
इसी वजह से मैंने गेंद को ज्यादा वाइड फेंका और विकेट मिला।
भारतीय लेग स्पिनर ने आगे कहा कि उस सीरीज में मैक्सवेल ने उनके खिलाफ आक्रामक होकर खेलने का तरीका चुना था।
उन्होंने कहा, वह (मैक्सवेल) उस सीरीज में अधीर होकर खेल रहे थे और मेरी गेंदों पर शॉट लगाने की कोशिश करते।
मैंने माही भाई से बातचीत की कि इससे कैसे निपटा जाए।
उन्होंने जवाब दिया कि हम स्टंप से हटकर गेंद करेंगे।
इसलिए जब गेंद को स्टंप के बाहर गेंदबाजी करूं तो यह विकेट लेने वाली डिलीवरी होनी चाहिए।
चहल ने 50 ओवर फॉर्मेट में तीन बार मैक्सवेल को आउट किया है और उसी दौरे पर दूसरे टी इंटरनैशनल में भी इस लेग स्पिनर ने ही ऑस्ट्रेलियाई धुरंधर का विकेट लिया।
भारत ने तब वनडे सीरीज 4-1 से जीती जबकि टी20 सीरीज 1-1 की बराबरी पर समाप्त हुई थी जिसका अंतिम मैच बिना कोई गेंद फेंके ही बारिश के कारण धुल गया था।